जोधपुर,प्रदेश की पुलिस किस कदर लापरवाह है, इसकी बानगी सोमवार को मथुरादास माथुर अस्पताल में देखने को मिली। यहां पर एक लोडिंग टेंपो दो शवों को लेकर करीब आधे घंटे से भी ज्यादा समय तक खड़ा रखा, लेकिन पुलिस सूचना के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। टेंपो चालक और शवगृह का स्टाफ आधे घंटे से भी ज्यादा समय तक पुलिस का शवगृह पहुंचने का इंतजार करते रहे। लगातार पुलिस स्टाफ को फोन करते रहे, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची।
जानकारी के अनुसार सोमवार को कायलाना झील में सुबह दो शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को झील से बाहर निकाला गया। पुलिस को दोनों शवों के चुन्नी से हाथ बंधे हुए मिले थे, जिसमें युवक व युवती की प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या करने की पुलिस ने आशंका जताई। पुलिस ने युवती की पहचान रेखा मेघवाल व युवक की पहचान राहुल मेघवाल के रूप में की। दोनों लाला लाजपत राय कालोनी के निवासी थे। इसके बाद पुलिस ने एक खुले लोडिंग टेंपो में दोनों शवों को रखवाकर एमडीएमएच अस्पताल के मुर्दाघर के लिए रवाना किया। यहां तक तो ठीक, लेकिन टेपो के शवगृह के बाहर पहुंचने पर पुलिस के नहीं आने से शव मच्र्युरी में नहीं रखवाए जा सके।
करीब 3 दिनों से पानी में रहने के कारण शव काफी बदबू मारने लगे थे। बदबू इतनी तेज आ रही थी कि मच्र्युरी के पास वाली सड़क से गुजरने वाले राहगीरों तक को मुंह पर रूमाल बांधना पड़ रहा था। साथ ही शवों को प्लास्टिक के बोरों में आधा-अधूरा लपेटा हुआ था। करीब आधे घंटे से ज्यादा का समय बीतने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को मच्र्युरी में रखवाया, लेकिन यहां पर भी राजीव गांधी थाना पुलिस के कोई अधिकारी नहीं पहुंचे।