अहमदाबाद, गुजरात सरकार ने दलित नेता दलित जिग्नेश मेवाणी की सुरक्षा में दो सशस्त्र जवानों को तैनात किया है. जिग्नेश मेवाणी पर हमले की आशंका के चलते उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई है. हांलाकि जिग्नेश मेवाणी का आरोप है कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सरकार बिन मांगे उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन दिया है.
बहुचर्चित ऊना कांड के बाद हुए आंदोलन के कारण दलित नेता के तौर पर उभरे जिग्नेश मेवाणी की जान का खतरा होने की बात सामने आने के बाद सरकार ने उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन दिया है. जिग्नेश मेवाणी की सुरक्षा में दो सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनात किया गया है. पुलिस प्रोटेक्शन का खुलासा तब हुआ जब जिग्नेश मेवाणी अहमदाबाद के पालडी स्थित रंगमंडल होल में आयोजित यंग थींकर्स मीट में भाग लेने पहुंचे| तब उनके साथ दो हथियारधारी पुलिस जवान भी थे.
यंग थींकर्स मीट में राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन दिया गया है. जबकि उन्होंने पुलिस सुरक्षा की सरकार से मांग भी नहीं की. इसी के साथ मेवाणी ने आरोप लगाया कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए दो सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनात किया गया है. जबकि अहमदाबाद की मेघाणीनगर पुलिस का कहना है कि जिग्नेश मेवाणी पर हमले की धमकी मिली है, जिसे ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा में दो जवानों को लगाया गया है. शनिवार से ही दो जवान जिग्नेश मेवाणी की सुरक्षा में तैनात हैं.