भोपाल,गैंगरेप पीडि़त छात्रा रविवार को पहली बार मीडिया के सामने आई। उसने कहा कि चारों दरिंदों को जिंदा रहने का कोई हक नहीं। उन्हें चौराहे पर फांसी पर टांग देना चाहिए। अगर वह छूट गए तो बाहर आकर फिर से बलात्कार करेंगे। पीडि़त छात्रा ने पुलिस पर भी नाराजगी जताई है। उसने कहा- मेरे साथ बर्बरता के बाद पुलिस का बर्ताव सबसे ज्यादा खराब था। पूरे दिन हम भटकते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जीआरपी पुलिस के टीआई अंकल बेहद बदतमीज थे, उन्होंने मेरी बातों को अनसुना कर दिया। अगर पुलिस ने सहयोग किया होता तो चारों आरोपी उसी दिन पकड़ लिए जाते। गौरतलब है कि 31 अक्टूबर की शाम पटरियों के पास से हबीबगंज स्टेशन जा रही छात्रा के साथ 4 आरोपियों ने गैंगरेप किया था। तीन थानों में जूझने के बाद 24 घंटे बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
हमने खतरा मोल लेकर पकड़ा
पीडि़ता बताया कि हबीबगंज पुलिस ने थोड़ी मदद की, लेकिन एमपी नगर और जीआरपी पुलिस ने कोई मदद नहीं की। जब हम आरोपी को पकडऩे गए तो बस्ती के लोगों ने हम पर हमला कर दिया था, लेकिन पापा ने उस आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। लड़की ने कहा- मेरे माता-पिता दोनों पुलिस में हैं। अगर हमारे साथ ऐसा हुआ, तो सोचिए बाकी लोगों का क्या होता होगा।
बर्बरता : एक नजर में
31 अक्टूबर शाम 7.30 बजे: कोचिंग छूटने के बाद एमपीनगर की ओर से पटरियों के पास पगडंडी से हबीबगंज स्टेशन जा रही थी। इसी दौरान नशे की हालत में दो लोगों ने मुझे अकेला पाकर पकड़ लिया। पकडऩे के बाद उसने अपने साथी गोलू को आवाज दी। पकड़ से छूटने के लिए मैंने विरोध किया, तब तक गोलू भी वहां पहुंच गया था। दोनों ने कसकर पकड़ लिया। इसके बार मेरा मुंह बंद कर मुझसे ज्यादती की। इसके बाद दो अन्य लोग और आए और मुझसे ज्यादती की। मेरे साथ रात 10 बजे तक 6 बार ज्यादती की गई। मैं बेहोश हो गई तब मुझे मरा समझकर भाग गए। जैसे तैसे में हबीबगंज जीआरपी थाना पहुंची।
3 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
गोलू उर्फ बिहारी (25), अमर उर्फ गुल्टू (25) और राजेश उर्फ चेतराम (50) गिरफ्तार। चौथा आरोपी रमेश उर्फ राजू फरार