मुरैना,शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात कलेक्टर, एसपी, डीएफओ के नेतृत्व में एसएएफ व पुलिस बल के जवानों ने रेत माफियाओं पर कार्यवाही की, तो वह घिरौना हनुमान मंदिर के बगल से स्थित मार्ग से भागने लगे। प्रशासन व पुलिस की टीम ने पीछा किया तो रेत माफियाओं ने बन्दूकों से फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग की आवाज आस पास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने सुुनी, बताया जाता है कि लगभग एक सैंकडा से अधिक फायर रेत माफियाओं ने किये, जिससे प्रशासन व पुुलिस के हाथ पैर फूल गये। इसके बाद जब पुुलिस हावी हुई तो रेत माफिया भागने लगे और बाद में पुलिस ने कुछ ट्रेक्टर ट्रॉलियों में आग लगा दी। पुलिस ने लगभग 9 ट्रेक्टर ट्रॉली जप्त किये है तथा इस मामले में चार रेत माफियाओं को पकडा भी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार, एसपी आदित्य प्रताप सिंह, डीएफओ ए ए अंसारी के नेतृत्व में एसएएफ व पुलिस बल केे दो सैंकडा जवानों ने हथियारों से लेस होकर हाईवे पर रात्रि 2 से 3 बजे के बीच रेत माफियाओं पर कार्यवाही करते हुए कुुछ ट्रेक्टर ट्रॉलियों को रेत परिवहन करते पकड लिया। जब यह सूचना रेत माफियाओं पर पहुंची तो उन्होंने रास्ता बदलते हुए घिरौना हनुमान मंदिर के बगल से स्थित मार्ग से अपने वाहन मोड दिये। पुुलिस व प्रशासन की टीम ने इनका पीछा किया तो रेत माफिया रास्ते में रेत फैलाते हुए भागने लगे और खेतों में ट्रैक्टर ट्रॉली छोडकर भाग गये तथा कुछ ही देर बाद बन्दूकों से लेस होकर ट्रेक्टर ट्रॉलियों को छुडाने के लिये आ गये। पुलिस फोर्स को देख रेत माफियाओं ने टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुुरू कर दी। बताया जाता है कि रेत माफियाओं ने एक सैंकडा से अधिक गोलियां चलाईं। गोलियों की गूंज से आस पास के क्षेत्र में रहने वाले लोग दहशत में आ गये। प्रशासन व पुलिस ने इस कार्यवाही के दौरान 9 ट्रेक्टर ट्रॉॅली रेत से भरे जप्त किये है, वहीं 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। रेत माफियाओं के ऐसे बुलंद हौसलों से जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं डीएफओ हतप्रभ नजर आये। पुुलिस अधीक्षक ने तो कहा कि इस तरह रेत माफियाओं द्वारा की गई फायरिंग से उनका पहली बार आमना-सामना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन प्रतिबंधित है, लेकिन राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते यह उत्खनन बदस्तूर जारी है। पिछले दो दशक के अंदर प्रशासन व पुलिस द्वारा सैंकडों बार रेत माफियाओं को रोकने के लिये कार्यवाही की गई है, लेकिन हर बार रेत माफिया प्रशासन व पुलिस पर हावी रहे हैं। रेत माफिया कई बार निर्दोष लोगों को अपने वाहनों से कुचलकर मौत के घाट उतर चुके है, वहीं आईपीएस नरेन्द्र कुमार की भी हत्या रेत माफिया कर चुका है और कई बार पुलिस कर्मियों को वाहन से कुचलने का प्रयास रेत माफिया कर चुके है। तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने भी एक बार रिठौरा क्षेत्र में अवैध पत्थर खदान संचालित करने वाले पत्थर माफियाओं पर कार्यवाही की थी, लेकिन यहां भी प्रशासन को अपनी जान बचाकर भागना पडा। गौरतलब बात यह है कि माननीय न्यायालय के आदेशों के बावजूद चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन बंद नही हुआ है।
इनका कहना है –
रात्रि में रेत माफियाओं पर कार्यवाही की गई थी, जिसमें उन्होंने काफी फायरिंग की। इस दौरान 9 ट्रेक्टर ट्रॉलियों को जप्त कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भास्कर लाक्षाकार, कलेक्टर मुरैना