हरपालपुर में पानी के लिए तरसे लोग,प्यास बुझाने साइकिलों हाथ ठेलों से पानी ढो रहे लोग

हरपालपुर,विगत एक वर्ष नगर के 15 वार्डों में भीषण जल संकट गहराया हुआ हैं रहवासी पीने के पानी को तरस रहे हैं। पेयजल संकट से निपटने के लिये अभी तक किये गये नगर परिषद् के प्रयास सिर्फ परिषद् की फाइलों में ही सिमट के रह गये।
पेयजल संकट के चलते बूँद बूँद पानी के लिये लोगों मशक्कत करनी पड़ रही हैं। नगर परिषद् द्वारा करोडों खर्च करने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा, बल्कि पेयजल संकट हल करने के नाम पर जनता के पैसे का खूब दुरूप्रयोग किया गया। नगर परिषद् के प्रतिनिधियों के आपस के विवाद की वजह से भी समस्या जस की तस हैं ।धसान नदी से पानी लाने की योजना का सर्वे डीपीआर तैयार होने ने बाद भी फाइल अटकी हैं । अल्प वर्षा होने से इस बार नगर में व्यापक जलसंकट की स्थिति अभी से निर्मित होने लगी हैं। अभी नगर पंचायत के पास वार्डों में पेयजल सप्लाई करने के लिये 30 ट्यूबबेल हैं जिन में सिर्फ 17 ही पानी की सप्लाई कर रहे हैं। नगर पंचायत के पास कोई एक भी टैंकर पॉइंट नहीं हैं जहाँ से टैंकर भर कर वार्डों में पेयजल आपूर्ति की जाये साथ 50 हजार गैलन क्षमता की पेयजल टंकी को भरने का भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं हैं ।
दो दिन में एक बार पानी
जिससे दो दिन में एक बार लोगों को पेयजल आपूर्ति की जाती हैं लोगों के नलों सिर्फ 5 मिनट तक ही नलों से पानी मिल पाता हैं । इस बार अल्पवर्षा होने से जिला सूखा घोषित किया गया है भूगर्भ जलस्तर गिरने से नगर परिषद् के ट्यूबबेलो,हैंडपम्पों ने पानी देना छोड़ दिया जो अभी थोड़ा बहुत पानी दे रहे थे गर्मियों में क्या होगा ये तो आने वाला समय ही बता सकता है। जब सर्दियों में ये हालत हैं तो भीषण गर्मी में पानी कैसे मिलेगा इस सवाल जबाब परिषद् पास नहीं हैं । पेयजल संकट की स्थिति में लोगों को सारा दिन पानी के इंतजाम में लगे रहते हैं नगर के 15 वार्डो की हालत ये हो गई लोग साइकिलों हाथ ठेलों से पानी ढोने में लगे हैं कुछ वार्ड के लोग 20 से 30 रुपया ड्रम पानी मोल खरीद कर प्यास बुझा रहे हैं ।
दस माह से नल सूखे
नगर के वार्ड 5,10,11 इन वार्डों में रहने वाले रहवासियों विगत करीब 10 माह से अधिक समय होने उनके घरों स्थित नालों पानी नहीं आया। वार्ड 5 में सिर्फ एक दर्जन घरो तक टंकी का पानी पहुँचा क्योंकि टंकी न भरने से पानी नहीं पहुँचता हैं। वार्ड 5 के लोग रतजगा कर दूर से पानी लाने को मजबूर हैं । पार्षद रामप्रकश सेन ने बताया की कई शिकायतों के बाद भी सीएमओ अध्यक्ष द्वारा पेयजल संकट दूर करने कोई उचित कार्यवाही नहीं की पेयजल संकट दूर करने नाम सिर्फ एक बोर कराया था तो अधूरा छोड़ कर चले गये। वार्ड 10 में स्थित हैंडपंप जबाब दे चुके हैं दो हैंडपंप के वार्ड के लोग पानी भरते इन हैंडपम्पों भी रुक रुक कर पानी देते हैं। वार्ड 11 इस वार्डों में सिर्फ एक हैंडपंप पानी दे रहा वार्ड में स्थित पांच ट्यूबेल में सिर्फ दो पानी दे रहे। वार्ड की पार्षद प्रगति सिंह सेंगर का कहना कई बार शिकायतों कर वार्ड के लोगों के लिये पानी का इंतजाम करने की मांग की गई लेकिन अभी तक वार्ड के पेयजल संकट को दूर करने कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। नगर पंचायत द्वारा पेयजल संकट दूर करने के नाम पर 35 के लगभग ट्यूबबेल उत्खनन कराये गये लाखों रुपए पेयजल संकट दूर करने नाम बहा दिये लेकिन जलसंकट दूर होने के बजाय दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा हैं नगर में व्यापक जलसंकट को देखते हुये जिला कलेक्टर के निर्देश पर पीएचई विभाग के ई ई एस के जैन नगर
पंचायत कर्मचारियों के साथ पानी स्त्रोत तलाशने के लिये सर्वे किया लेकिन नगर पंचायत के लापरवाह कर्मचारियों ने नगर से 4 किलोमीटर नाउपहरिया गॉंव के पास ट्यूबबेल उत्खनन के लिये जगह बतलाई ।
अब तक सर्वे नहीं
जब जिन वार्डों में एक साल से भीषण पेयजल संकट तो उन वार्डो के आसपास जमीन पर पानी के स्त्रोत तलाशने सर्वे क्यों नहीं कराया गया या सिर्फ नगर पंचायत कर्मचारियों की मंशा कुछ ओर की जल संकट खत्म न हो क्यों दो माह पहले हुये ट्यूबबेलो में पानी होने के बाद भी मोटर नहीं डाली क्यों नगर परिषद् के कर्मचारियों के निजी भू पर कनकपुरा रोड बोर करवा दिये ऐसा ही गलान रोड पर रहने वाले बबलू पाठक के प्लाट पर नगर पंचायत बोर करवा दिया । वार्ड 6 के पार्षद विष्णु राय के बतलाया कि मेरे वार्ड विगत माह बोर कराया गया था लेकिन तीन बार आवेदन देने के बाद भी मोटर नहीं डाली गई जिस वार्ड में लोगों पानी नहीं मिल रहा हैं वार्ड के लोग 300 से 400 रुपयों पानी का टैंकर खरीद रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *