पटना,शराबबंदी पर बिहार में राजद और जनता दल यूनाइटेड के नेता एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं कि हिम्मत है तो ख़ून की जांच करा लो। राजद अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया कि राज्य में शराब की बिक्री जमकर हो रही है। लालू के अनुसार शराब की होम डिलिवरी भी होती है और जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता के घर शाम में शराब की महफ़िल लगती है।
इस पर जनता दल यूनाइटेड के महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि वो चाय भी नहीं पीते। इसके बाद दूसरे प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि वो अपने खून का नमूना देने के लिए तैयार हैं लेकिन लालू जी भी अपने खून का नमूना दे दें। मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि वो भी अपने ख़ून की जांच कराने के लिए तैयार हैं और लालू यादव और तेजस्वी यादव भी अपने ख़ून का नमूना दे दें।
जनता दल यूनाइटेड ने संवाददाता सम्मेलन कर एक फोटो जारी की जिसमें तेजस्वी के साथ एक लड़की की तस्वीर है, साथ ही बीयर की बोतलें भी हैं। जेडीयू नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘वो शराब और शबाब के शौक़ीन हैं। ये बताएं कि इस महिला से इनका क्या संबंध है।’ जेडीयू नेता संजय सिंह ने साफ शब्दों में कहा, ‘लालू यादव ने हमारे नेता पर अभद्र टिप्पणी की शुरुआत की है और अब हम उनको राजनीति के श्मशान तक छोड़ने वाले नहीं हैं।’
इसके ठीक बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने संवाददाता सम्मेलन में उल्टे सवाल किया कि दो ट्रेनों के नाम अर्चना और उपासना क्यों रखे गए, जबकि रेलवे बोर्ड की मंजूरी भी नहीं थी। अपनी सफाई में तेजस्वी ने कहा, ‘ये तस्वीर उस समय की है जब हम राजनीति में नहीं थे, हम उस समय आईपीएल खेला करते थे, उस समय मेरे साथ कोई फोटो खिंचा ले तो क्या मेरा चरित्र खराब हो गया? हम इस महिला को नहीं जानते हैं।’ तेजस्वी ने महात्मा गांधी की तुलना करते हुए कहा कि ‘गांधी जी के आंदोलन में उनके बगल में महिला थी तो क्या गांधी जी, नेहरू जी का चरित्र खराब था। प्रधानमंत्री मोदी जी तो सेल्फी खिंचवाने में माहिर है, हाल ही में राहुल गांधी ने महिला के साथ फोटो खिंचवाई तो क्या सब का चरित्र खराब है। ‘