वलसाड/नवसारी,गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से नवसारी में मुलाकात की। बताया जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस को बाहर से समर्थन देने की बात कही है। मुलाकात के बाद दावा किया कि हमारी 90 फीसदी मांगें कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल होंगी।
जिग्नेश ने कहा कि उनकी 17 मांगों पर राहुल के साथ चर्चा हुई और राहुल ने उनकी मांगों को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने का आश्वासन दिया है। जिग्नेश ने कहा कि जब हमने राहुल से अपनी मांगों के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि इसमें 90 प्रतिशत बातें मांगें नहीं, बल्कि हमारा संवैधानिक अधिकार है। इसे घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा।
जिग्नेश ने कहा कि राहुल और भाजपा की सोच में अंतर है। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता भाजपा से छुटकारा चाहती है। भाजपा प्रदेश के दलितों से भेदभाव करती है।
जिग्नेश ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं होंगे। लेकिन, अगर कांग्रेस ने उनकी बात मान ली, तो वे कांग्रेस को बाहर से समर्थन दे सकते हैं।
सम्मान नहीं तो पांच ने दिया इस्तीफा
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को वलसाड और वापी पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के तुरंत बाद कांग्रेस के 5 सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनका आरोप था कि रैली के दौरान राहुल ने उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया। पार्टी से इस्तीफा देने वालों में वापी शहर महामंत्री रश्मि शाह, राजेश जैसवाल, जिला माइनॉरिटी कमिटी के उपप्रमुख प्रदीप शाह, खलील गोडाल और वापी शहर कांग्रेस माइनॉरिटी प्रमुख पिरु मकरानी शामिल हैं। हालांकि, उनके इस्तीफे अभी स्वीकार नहीं हुए हैं।