मुंबई,करण जौहर ने एक बार फिर खुद के साथ-साथ सोनाक्षी सिन्हा और अक्षय खन्ना को भी बॉलीवुड में परिवारवाद (नेपोटिज्म) की बहस से जोड़ लिया है। दरअसल अपने ही चैट शो ‘कॉफी विद करण’ में कंगना रनोट द्वारा खुद के लिए परिवारवाद का अगुआ जैसा टैग पाने वाले करण जौहर ने अब अपनी फिल्म ‘इत्तेफाक’ के प्रमोशन इवेंट में फिर से इस बहस को छेड़ दिया। करण ने कहा कि शाहरुख खान (नॉन नेपोटिस्टिक) और वह ( परिवारवाद का अगुआ) इस इंडस्ट्री में एक साथ काम कर सकते हैं। ‘इत्तेफाक’ शाहरुख के रेड चिलीज एंटरटेंमेंट और करण की धर्म प्रोडक्शंस द्वारा सह-निर्मित है। इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा, सोनाक्षी सिन्हा और अक्षय खन्ना जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में हैं। ऐसे में सोमवार को मुंबई में इस फिल्म के प्रमोश्नल इवेंट के दौरान करण जौहर ने बताया, ‘मैं आज यह कहना चाहुंगा कि इस प्लेटफॉर्म पर दो लोग परिवारवाद से दूर यानी शाहरुख खान और सिद्धार्थ मल्होत्रा और बाकी हम जैसे सोनाक्षी सिन्हा जो दिग्गज एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी हैं, और अक्षय खन्ना जो विनोद खन्ना के बेटे हैं, अभय और कपिल चोपड़ा, जो दिवंगत फिल्ममेकर रवि चोपड़ा के बेटे हैं, हम सब परिवारवाद के ब्रांड एम्बेस्डर हैं। यहां इस मंच पर हम सब एक साथ खड़े हैं और इससे यह साफ है कि यहां किस हद तक बराबरी है।’ बता दें कि शाहरुख खान और करण जौहर ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘कल हो ना हो’, ‘कभी अलविदा ना कहना’, ‘माई नेम इज खान’, ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ और ‘डियर जिंदगी’ जैसी फिल्मों में साथ काम कर चुके हैं। इनमें से कुछ फिल्मों में शाहरुख ने अभिनय किया है जबकि कुछ फिल्मों के प्रोडक्शन की जिम्मेदारी संभाली है। ‘इत्तेफाक’ यश चोपड़ा की साल 1969 में आयी कल्ट क्लासिक ‘इत्तेफाक’ की रीमेक है। पिछले कुछ समय में ‘नेपोटिज्म’ को लेकर बॉलीवुड में काफी बहस हुई है। कंगना रनोट और करण जौहर के बीच शुरू हुई इस जंग में वरुण धवन, सैफ अली खान जैसे कई सितारे परिवारवार पर अपनी बात रख चुके हैं।