गुना,केंद्र सरकार जहां देश में सभी शासकीय योजनाओं में आधार की अनिवार्यता पर जोर दे रही है, वहीं इसकी वजह से कई लोग परेशान भी हो रहे हैं। हाल ही में झारखंड में आधार नहीं होने के कारण राशन नहीं मिलने पर एक बच्ची की मौत का मामला सामने आया था। अब मध्यप्रदेश के गुना जिले में 78 वर्षीय महिला अपने अंगूठे का मिलान नहीं होने के कारण राशन से वंचित कर दी गई है।
गुना जिले में केसरबाई रहती है। उसके तीन बेटे हैं, दो अलग रहते हैं। पीडि़ता को देखने, चलने, सुनने में परेशानी है। केसरबाई को उनका बेटा राधेश्याम ठेले पर बैठाकर पांच किमी दूर कलेक्टर कार्यालय लाया। बेटे का कहना है कि राशन जुटाना है, गेहूं नहीं मिल रहा है। अंगूठे का निशान नहीं मिलने के कारण दुकान वाले ने राशन देने से मना कर दिया। बहू शशि साहू की शिकायत है कि हर बार अंगूठा लगाने को कहते है, नहीं मिलता है तो राशन नहीं देते। केसरबाई की पड़ोसी रमादेवी झा सहित कई ऐसे पीडि़त है, जो इस समस्या से दो-चार हो रहे हैं।
राशन कार्ड जमा करने के निर्देश
मध्य प्रदेश में सरकार ने फरमान दिया था कि 31 मई तक जो राशन कार्ड जमा नहीं कराएगा, उसे जुलाई से राशन नहीं मिलेगा। कई बुजुर्गों का कहना है कि वे सब जमा कर चुके हैं। लेकिन, अंगूठा धोखा देने लगा है। प्रशासन कह रहा है, घर-घर जाकर लोगों की मदद की जाएगी।
1.50 करोड़ से ज्यादा ग्राहक
मध्यप्रदेश में राशन की दुकानें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधीन है। प्रदेश में 4300 शहरी और 18096 ग्रामीण इलाके में राशन की दुकानें हैं। यहां से राशन लेने वाले ग्राहकों की तादाद 1.50 करोड़ से अधिक है।
शासन का फरमान
हमें शासन के निर्देश का पालन करना पड़ता है। निर्देश मिले है कि जब तक अंगूठा नहीं मिले खाद्यान्न नहीं देना है। हम इसमें क्या कर सकते हैं।
– रशीद खान, संचालक, राशन दुकान
मशीन लेकर घर जाएंगे
हम लोग पूरे जिले में पता कर रहे हैं, ऐसी कोई स्थिति पैदा न हो। जहां वृद्ध हैं, विकलांग हैं अगर हमें उनके घर भी जाना पड़े तो मशीन लेकर जाएंगे।
– नियाज खान, एडीएम