नई दिल्ली, पर्यावरण प्रदूषण निवारण और नियंत्रण प्राधिकरण ने बुधवार की शाम फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच में फ्लड लाइट्स के लिए डीजल जेनरेटर के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। ईपीसीए ने कहा है कि क्रिकेट बोर्ड को दिल्ली एनसीआर में दिवाली से एक दिन पहले लगाए गए डीजल जेनरेटर पर प्रतिबंध के आदेश में ढील नहीं मिलेगी। सर्वोच्च अदालत के 1998 में दिए गए आदेश के बाद केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए इस पर्यावरण प्राधिकरण ने बिजली विभाग को स्टेडियम में 24 घंटे बिना रुकावट बिजली देने के आदेश दिए हैं।
सेंटर फार साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीएसई) की अध्यक्ष और ईपीसीए की सदस्य सुनीता नारायण ने बताया कि उन्हें इस बात को जानकार काफी आश्चर्य हुआ कि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) और बीसीसीआई ने कभी भी सही तरीके से बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन नहीं दिया और वह स्टेडियम में लगी फ्लड लाइट्स का संचालन डीजल जेनरेटर के साथ कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “उनकी दरख्वास्त को रद्द कर दिया गया है और दिल्ली डिसकॉम स्टेडियम में 24 घंटे बिजली देने के लिए राजी हो गया है। क्रिकेट को साफ रहने दें, प्रदूषण क्रिकेट खिलाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पास बिजली मौजूद है और इसी कारण उसे जेनरेटर के इस्तेमाल की जरूरत नहीं है।