नई दिल्ली,1948 में महात्मा गांधी की हत्या की फिर से जांच किए जाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी ने इस मामले में पक्षकार बनने की मांग की है। दूसरी ओर, इस मामले में अमीकस क्यूरी (सलाहकार) अमरेंद्र शरण ने चार सप्ताह का समय मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने तुषार गांधी के वक़ील इंद्रा जय सिंह से पूछा कि इस मामले में उनका पक्षकार बनने का आधार क्या है।
कोर्ट ने कहा इस मामले में भावना के अलावा आपको पक्षकार बनाने की क्या वजहें हो सकती हैं। कोर्ट अब इस मामले में चार सप्ताह बाद सुनवाई करेगा। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इस मामले में कोर्ट की मदद के लिए पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अमरेंद्र शरण को सलाहकार नियुक्त किया था। दरअसल, याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि राष्ट्रपिता की हत्या एक संदिग्ध व्यक्ति ने की थी, जिसने उन पर ‘चौथी गोली’ दागी थी। याचिकाकर्ता ने एक डॉक्यूमेंट्री के साक्ष्यों का हवाला देते हुए दावा किया है कि महात्मा गांधी के असली हत्यारे को कभी पकड़ा नहीं गया। गौरतलब है कि ‘अभिनव भारत’ के संस्थापक पंकज फड़नीस की याचिका पर बेंच सुनवाई कर रही है। उन्होंने बापू की हत्या में तीन गोली मारने की बात को चुनौती दी है। इससे पहले पंकज की याचिका बांबे हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी, जिसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने अपने दावों के आधार पर कहा है कि बापू पर चौथी गोली दागी गई थी और उसी से उनकी जान गई।
तुषार गाँधी बनना चाहते हैं पक्षकार,चार हफ्ते बाद होगी बापू की हत्या के मामले पर सुनवाई
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