ग्वालियर, ग्वालियर स्थित कमलाराजा अस्पताल के पोस्ट आपरेटिव वार्ड में चालीस से अधिक गर्भवती महिलाओं को डिस्टिल्ड वाटर में घोल कर लगाया जाने वाला एमपीसिलिन इंजेक्शन सामान्य पानी में घोल कर लगा दिया गया। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। इनमें से पांच की हालत गंभीर बताई गई है। उनका आईसीयू में उपचार किया जा रहा है। महिलाओं की तबियत बिगड़ने की सूचना जब परिजनों ने ड्यूटी डाक्टरों को दी तो उन्होंने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। बाद में ज्यादा तबियत बिगड़ने के बाद परिजनों ने जब जम कर हंगामा किया, तब जाकर इन महिलाओं का उपचार आरंभ हुआ।
डिस्टल्ड वाटर की जगह सामान्य पानी में मिला कर एमपीसिलिन एंटीबायोटिक लगाए जाने के बाद इसका तेज रिएक्शन हुआ और महिलाएं बुरी तरह ठंड से कांपने लगीं और कुछ ही देर में उनकी हालत बिगड़ गई। जब परिजनों ने यह जानकारी चिकित्सकों को दी तो पहले तो उन्होंने उन्हें डांट कर भगा दिया कि इंजेक्शन लगने के बाद ठंड तो लगती ही है। महिलाओं की जब हालत ज्यादा बिगड़ गई तो परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरु कर दिया। इसके बाद जेएएच प्रभारी अधीक्षक संदीप चंदेल और प्रभारी विभागाध्यक्ष वृंदा जोशी मौके पर पहुंचे। तब तक इन महिलाओं में से पांच की हालत बहुत गंभीर हो गई थी। चंदेल और जोशी ने उन्हें आईसीयू मं रेफर किया।
उल्लेखनीय है कि सिविल ड्रेस में आए दो युवक ने रविवार रात 9-9.30 बजे के बीच 56 में से 40 महिलाओं को एंटीबायोटिक इंजेक्ट किया था, जिसके कुछ समय बाद ही इन महिलाओं की तबियत बिगड़ने लगी। एमपीसिलिंन इंजेक्शन डिस्टिल्ड वॉटर के साथ दिया जाता है, इंजेक्शन लगाने वाले युवकों ने इसे सामान्य पानी में घोल कर लगा दिया। इसके बाद महिलाओं की हालत गंभीर हो गई।