भोपाल,अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की यात्राओं के लिए एक जेट विमान की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है, लेकिन यह व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाई है जबकि टैंडर खुलने को तीन महीने का समय बीत चुका है। सूत्रों की माने तो नई दिल्ली की एयर चार्टर कंपनी का टेंडर फाइनल किया है लेकिन यह विमानन कंपनी इस जेट को उड़ाने के लिए दो पायलटों की व्यवस्था नहीं कर पा रही है। अभी तक न तो कंपनी से हवाई उड़ानों के लिए अनुबंध हो पाया है और न हीं कंपनी अभी तक जेट विमान की व्यवस्था कर पाई है। आगामी चुनावी वर्ष को देखते हुए मुख्यमंत्री का प्रदेश के भीतर और प्रदेश के बाहर मूवमेंट तेज हो सके इसके लिए राज्य सरकार के पास अभी तक हवाई बेड़े में जेट विमान नहीं था। फिलहाल मुख्यमंत्री की हवाई उड़ानों के लिए उपलब्ध बी-2 सुपरकिंग 200 विमान उपलब्ध है। जेट विमान खरीदने के लिए ग्लोबल स्तर पर टेंडर आमंत्रित किए गए थे। तीन माह पहले खुले टेंडर में दिल्ली की एयर चार्टर कपनी का टेंडर फाइनल किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, एयर चार्टर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के लिए आठ सीटर जेट विमान उपलब्ध कराएगी। इस जेट विमान के लिए राज्य सरकार सालाना तीस घंटे उड़ान के लिए 9 करोड़ रुपए के किराए की गारंटी भी दे रही है। याने जेट विमान उड़े या नहीं उड़े राज्य सरकार विमानन कंपनी को इतना किराया तो देगी ही।कंपनी राज्य सरकार को जेट विमान मय पायलट और अन्य स्टाफ तथा अन्य सुविधाओं सहित उपलब्ध कराएगी। जेट विमान के लिए राज्य सरकार सवा दो लाख प्रति घंटे के हिसाब से खर्च एयर चार्टर कंपनी को देगी। इस जेट विमान की उड़ान के लिए बाकी स्टाफ की व्यवस्था तो हो गई है लेकिन एक विमान पर जरुरी दो पायलटों की व्यवस्था एयर चार्टर कंपनी अब तक नहीं कर पाई है। इसके चलते अभी तक सरकार एयर चार्टर के साथ फाइनल एग्रीमेंट नहीं कर पाई है।