जयपुर,रोज सैकड़ो गायों की मौत की खबर के बीच जयपुर की सबसे बड़ी हिंगोनिया गौशाला को सरकार ने अक्षयपात्र फाउंडेशन को 19 साल के लिए हस्तांतरित कर दिया है। हालांकि गौशाला में आज भी गायों की मृत्यु हो रही है परपिछले साल जैसा हो हल्ला नहीं हो सका है.
पिछले एक साल से हिंगोनिया गौशाला की व्यवस्था अक्षय पात्र फाउंडेशन के पास है और लगभग 12 हजार गायों की मौत हो चुकी है, इसके बावजूद नगर निगम की हिंगोनिया गौशाला आज से 19 साल के लिए अक्षय पात्र फाउंडेशन के हाथो में चली गई। गोपाष्टमी पर आज नगर निगम और अक्षयपात्र के बीच मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग पर हस्ताक्षर हुए। एमओयू समारोह में मुख्यमंत्री, कृषिमंत्री, उद्योगमंत्री राजपाल सिंह शेखावत, नगर निगम महापौर और अक्षयपात्र फाउंडेशन के पदाधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने हिंगोनिया गौशाला की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और कहा कि अक्षय पात्र द्वारा गौशाला की व्यवस्था संभाले जाने के बाद स्थिति बेहत्तर हुई है,उन्होने कहा कि इस बेहत्तर स्थिति को देखते हुए सरकार ने अक्षयपात्र के साथ 19 साल का करार किया है। एमओयू शर्तो के मुताबिक प्रत्येक 6 महीने में इसके भाव बदले जायेंगे प्रत्येक वर्ष के मई और नवम्बर महीने में प्रति पशु कितना भुगतान किया जाना है इसमें बदलाव होगा। आज होने वाले एमओयू में जुलाई 2017 से आगे के 6 महीने के लिए चारे की दर और प्रति पशु कितना भुगतान होगा ये तय किया गया है अक्षय पात्र फाउडेंशन हिंगोनिशा गौाशाला में कारकस प्लांट बनवाएगा। कारकस प्लांट का निर्माण बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओटी) आधार पर होगा। फाउंडेशन भविष्य में जरूरत पडने पर हिंगोनिया गौशाला में नए काउ शेडस का निर्माण करवा सकता है लेकिन उसके लिए नगर निगम से अनुमति लेनी होगी।
गोपाष्टमी पर गो माता का किया पूजन : कार्तिक शुक्ल अष्टमी यानि गोपाष्टमी पर आज गौ माता का पूजन किया गया। महिलाओं ने आज व्रत रखकर सुबह गौ माता की पूजा की और गुड गुड के बने पकवान, हरा चारा, मूली पालक सहित कई प्रकार के व्यंजन खिलाएं। महिलाओं ने गौ माता से परिवार की खुशहाली की कामना की इसके साथ ही शहर की विभिन्न गौशालाओं में गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मना गया। गोसेवा के क्षेत्र में पिछले 110 वर्षो से निरंतर कार्यरत पिंजरापोल गौशाल, सांगानेर में गोपाष्टमी महापर्व पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।