नई दिल्ली,मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में दो बच्चियों के सिर से जुड़े ऑपरेशन के बाद शुक्रवार को दिल्ली एम्स में लगभग दो साल के सिर से जुड़वा बच्चों का जटिल ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन करीब 16 घंटे चला। दोनों बच्चों को फिलहाल वेंटीलेटर पर रखा गया है और उनकी हालत गंभीर है।
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बताया कि ओडिशा के जुड़वां बच्चे जग्गा और कालिया चिकित्सकों की देख-रेख में हैं और विशेषज्ञों का दल उन पर लगातार निगरानी रख रहा है। उन्हें खून भी चढ़ाया गया है। गुलेरिया ने बताया कि 28 महीने के जुड़वां बच्चों को अलग तो कर दिया गया है। लेकिन, आने वाले कुछ हफ्ते बेहद महत्वपूर्ण हैं। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि सर्जरी सफल रही है या नहीं।
ओडिशा के कंधमाल जिले के फिरिंगिया ब्लॉक के तहत आने वाले मिलीपाड़ा गांव के ये बच्चे सिर से जुड़े थे। ओडिशा सरकार ने बच्चों के उपचार के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से एक करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।
जग्गा की हालत गंभीर
सर्जरी में शामिल चिकित्सकों के दल को भी जुड़वां बच्चों में से जग्गा को लेकर बहुत अधिक चिंता बनी हुई है, क्योंकि उसकी सेहत गिरती जा रही है। कालिया की हालत स्थिर बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि बैतूल के पाढर में हुई सर्जरी के बाद दोनों में एक बहन को नहीं बचाया जा सका था।
30 डॉक्टरों के दल ने की सर्जरी
एम्स के न्यूरोसाइंसेस सेंटर के प्रमुख एके महापात्रा ने कहा कि बच्चों को अलग कर दिया गया है। सर्जरी काफी चुनौतीपूर्ण थी, ऐसी कई चुनौतियों से पहली बार सामना हुआ। गुरुवार सुबह 9:00 बजे शुरू हुई और शुक्रवार तड़के 3:00 बजे खत्म हुई। महापात्रा ने बताया कि जग्गा की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि कालिया की हालत स्थिर है।
सिर से जुड़े बच्चों की सर्जरी, 16 घंटे तक चला ऑपरेशन
