अहमदाबाद,गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने मास्टर प्लान तैयार किया है. इसी के मद्देनजर भाजपा चुनाव में 150+ सीटों पर जीत हासिल करने के लिए सायलन्ट वोटर्स पर ध्यान केन्द्रित करेगी.भाजपा सांसद व वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र यादव की गुजरात प्रभारी के तौर पर नियुक्ति के कुछ दिनों बाद पत्रकारों से बातचीत में भाजपा के 150+ सीटों पर विजय हासिल करने के लिए उन्होंने भाजपा के मास्टर प्लान को लेकर बातचीत की. यादव ने राजनीति की समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी उम्मीदवार को भाजपा का टिकट दिया जाता है और वह नामांकन पत्र भर कर अमरीका चला चला जाता है, वह कोई प्रचार नहीं करेगा तो भी उससे सरलता से 30 हजार वोट मिल जाते है इसी तरह कांग्रेस उम्मीदवारों को भी दस हजार वोट मिल सकते है, दोनों मुख्य पार्टियों के कुछ कमिटेड वोटर्स होते है. यह कमिटेड वोटर्स सायलन्ट वोटर्स होते है. ऐसे सायलन्ट मतदाताकिसी को वोट किसे देना है यह नहीं कहते और चुपचाप मतदान कर देते हैं. सायलन्ट वोटर्स को अपनी ओर मोडने के लिए भाजपा को अफना लक्ष्यांक सिद्ध करने में काफी मदद मिलेगी.सायलन्ट वोटर्स में अधिकतर सामान्य नागरिक होते है जिसमें नौकरीपेशा वर्ग, छोटे व्यापारी,महिलाएं और युवा शामिल है. हालांकि हाल के समय में यह सभी वर्ग मुश्केलियों में है. जिसमें अधिकतर प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से राज्य व केन्द्र सरकार को जिम्मेदार मान रहे है. सामान्य नागरिकों के लिए महंगाई एक बहोत बड़ी समस्या है. पेट्रोल-डिजल, सब्जियां, कपडा और अन्य जीवनपयोगी चीजों के दाम आसमान छू रहे है. ईंधन के दाम बढने से ट्रान्सपोर्टेशन का खर्च बढ गया है जिसका विपरीत असर इन सब चीजों पर पड़ा है. ऐसे में यदि कमी रह गई हो तो वह जीएसटी ने पूरी कर दी है. भीषण महंगाई ने गृहिणियों का बजट बिगाड़ दिया है. कमिटेड वोटर्स की बात की जाए तो भाजपा के संदर्भ में पाटीदार समुदाय कमिटेड वोटर्स गिने जाते है. हाल में पाटीदार समाज व भाजपा के बीच बिगडे समीकरणों को देखते हुए भाजपा का मजबूत गिने जानेवाले पाटीदार वोटबैंक पर भी विश्वास करना मुश्किल हो रहा है.
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा का मास्टर प्लान तैयार
