पुणे,न्यूजीलैंड से मिले 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने 6 विकेट रहते मैच अपने नाम कर लिया है। तीन वनडे मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर पहुंच गई है।
भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए भुवनेश्वर कुमार की अगुआई में उम्दा प्रदर्शन से भारत ने दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां न्यूजीलैंड को नौ विकेट पर 230 रन पर रोक दिया। मुंबई में पहले मैच में गेंदबाजों की नाकामी के कारण शिकस्त झेलने वाले भारत ने आज स्विंग के बादशाह भुवनेश्वर (45 रन पर तीन विकेट), युवजेंद्र चहल (36 रन पर दो विकेट) और जसप्रीत बुमराह (38 रन पर दो विकेट) की बदौलत न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। हार्दिक पंड्या (23 रन पर एक विकेट) और अक्षर पटेल (54 रन पर एक विकेट) ने भी एक-एक विकेट हासिल किया। न्यूजीलैंड की ओर से हेनरी निकोल्स (42), कोलिन डि ग्रैंडहोम (41) और टाम लैथम (38) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे। मिशेल सेंटनर (29) और टिम साउथी (नाबाद 25) ने नौवें विकेट के लिए 32 रन जोड़कर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच यह 100वां वनडे मैच है। अब तक हुए 99 मैचों में से भारत ने 49 जबकि न्यूजीलैंड ने 44 मैचों में जीत दर्ज की है। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलिसमसन ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भुवनेश्वर और बुमराह ने इसे गलत साबित करने में कोई असर नहीं छोड़ी और सातवें ओवर तक टीम का स्कोर 27 रन पर तीन विकेट कर दिया। कोलिन मुनरो (10) ने भुवनेश्वर के दूसरे ओवर में छक्का जड़ा लेकिन इस तेज गेंदबाज ने एक गेंद बाद माॢटन गुप्टिल (11) को विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच करा दिया। विलियमसन लगातार दूसरे मैच में नाकाम रहे और सिर्फ तीन रन बनाने के बाद बुमराह सीधी गेंद पर पगबाधा हो गए। भुवनेश्वर ने अगले ओवर में मुनरो को भी बोल्ड किया। पहले वनडे में रिकार्ड 200 रन की साझेदारी से न्यूजीलैंड को जीत दिलाने वाली रोस टेलर (21) और लैथम की जोड़ी इस बार कोई कमाल नहीं कर सकी। दोनों ने 14वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। टेलर हालांकि इसके बाद हाॢदक पंड्या की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में विकेट के पीछे आसान कैच दे बैठे जिससे टीम का स्कोर 58 रन पर चार विकेट हो गया।
लैथम और निकोल्स ने पांचवें विकेट के लिए 60 रन जोड़कर पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों ने इस साझेदारी के दौरान स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी। लैथम 29 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब चहल की गेंद पर धोनी ने उनका कैच छोड़ दिया। लैथम ने अक्षर की गेंद पर दो रन के साथ 26वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया। वह हालांकि बायें हाथ के इसी स्पिनर की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में अपना मिडिल स्टंप गंवा बैठे। उन्होंने 62 गेंद का सामना करते हुए दो चौके मारे। ग्रैंडहोम ने इसके बाद कुछ आकर्षक शाट खेले। उन्होंने अक्षर पर दो चौके जडऩे के अलावा चहल पर भी चौका और छक्का मारा। निकोल्स जब अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे तब भुवनेश्वर ने उनके स्टंप उखाड़ दिए। उन्होंने 62 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके जड़े। सेंटनर (29) ने अक्षर के ओवर में चौका और छक्का जमाया लेकिन चहल ने लगातार गेंदों पर ग्रैंडहोम और एडम मिल्ने (00) को पवेलियन भेजा। ग्रैंडहोम ने बुमराह को कैच थमाया जबकि मिल्ने पगबाधा हुए। सेंटनर और साउथी ने 47वें ओवर में स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। साउथी ने 49वें ओवर में बुमराह पर छक्का जड़ा जबकि सेंटनर इसी शाट को दोहराने की कोशिश में लांग आफ पर विराट कोहली को कैच दे बैठे।