मुंबई,अभिनेत्री जायरा वसीम किरदार में समा जाती हैं और फिर उसे पर्दे पर उतारती हैं। यह कहना है फिल्म ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ से एक निर्देशक के रूप में अपनी शुरुआत करने वाले अद्वैत चंदन का। उन्होंने बताया, ‘‘मुझे नहीं लगता कि वह अभिनय करती हैं। वह किरदार में समा जाती हैं और फिर उसे पर्दे पर उतारती हैं। पर्दे पर हम उनकी जो भी भावनाएं देखते हैं, वे वास्तविक हैं और मैं समझता हूं कि यह उनकी सबसे बड़ी ताकत भी है। वह भावनात्मक रूप से अभी शुद्ध हैं, नियमित कलाकारों की तरह नहीं हैं जो यह जानते है कि पर्दे पर एक खान प्रभाव लाने के लिए किस प्रकार की भावनाओं को दिखाना है।’’ अपनी फिल्म का उदहारण देते हुए निर्देशक ने कहा, ‘‘उस सीन को याद करिय जहां इंसिया (फिल्म में जायरा का किरदार) गुस्से में आ जाती हैं, रोने लगती हैं और चीजों को तोडऩे लगती हैं। इस सीन के लिए हमने उनके मूवमेंट के लिए किसी भी तरह की कोरोग्राफी करने के बजाए उन्हें भावनात्मक रूप से तैयार किया था।’’ निर्देशक ने कहा, ‘‘जैसे ही कैमरा रोल हुआ वह चलीं, बाल्टी को तोड़ा और गुस्से में चीजों को इधर-उधर फेंका। एक दर्शक के रूप में आप उस पल की भावनाओं की वास्तविकता को महसूस कर सकते हैं। वह अछूती और शुद्ध हैं।’’चंदने के अनुसार फिल्म में जायरा की मां के रोल के लिए भी सही अभिनेत्री को चुनना महत्वपूर्ण था क्योंकि फिल्म मां और बेटी के रिश्तों के इर्द-गिर्द घूमती है। चंदन ने कहा, ‘‘मैं चाहता था कि मां-बेटी थोड़ी बहुत एक जैसी दिखें। जब हमने मेहर का ऑडिशन लिया तब वह जायरा के साथ अच्छा संबंध बना पाईं, दोनों के चेहरे में भी समानताएं हैं। लगा कि दर्शकों को यह यकीन होगा कि इंसिया, नजमा की बेटी है।