इन्दौर,केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज गुड्स एण्ड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) और नोटबंदी के बचाव में कहा कि ‘जीएसटी और नोटबंदी को लेकर गलत धारणा बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शुरू में नया जूता भी कुछ दिन कांटता है, लेकिन उसके बाद पहनने में सहज हो जाता है।
इन्दौर के निकट दुधिया गॉंव में पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूछे गये सवाल पर केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया, जिसमें जीएसटी और नोटबंदी के बाद नौकरियों के अवसरों में कटौती की बात कहीं जा रही है। धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि दोनों मुद्दों पर एनडीए सरकार के बारे में एक गलत धारणा बनाकर अनावश्यक रूप से ऐसा माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “जब आप नए जूते खरीदते हैं तो वे शुरुआती तीन दिनों के लिए काटते हैं, लेकिन चौथे दिन वे पूरी तरह से फिट होते हैं।” उन्होंने दावा किया कि जीएसटी के कार्यान्वयन से करदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है और कर प्रणाली को सरल बनाया गया है।
विपक्षी दल का आरोप है कि सरकार देश के युवाओं को रोजगार प्रदान करने में नाकाम रही है, इस पर केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि “जो पिछले तीन पीढ़ियों से देश पर शासन कर रहे थे, अब युवाओं के नाम पर मगरमच्छ के आँसू बहा रहे हैं। “कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गॉंधी द्वारा जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ की संज्ञा देने के मामले में केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि यह राहुल की ‘अभद्रता’ थी। उन्होंने कहा कि राहुल को ऐसे शब्दों का प्रयोग करने की आदत है। भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में लोगां ने उन्हें धूल चटा दी थी, इसलिए मैं उनकी मानसिक स्थिति को समझ सकता हूँ। धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि राहुल अपने भविष्य को लेकर चिंतित है, मैं उन्हें शुभकामनाऍं देता हूँ।