जयपुर,प्रदेश के किसानों की सम्पूर्ण ऋणमाफी की मांग को लेकर कांग्रेसी एवं अन्य निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा के बैल में ही धरना दिया और वहीं पर पूरी रात लोकगीत, शेर शायरी से गुजारी वहीं सवेरे विधानसभा की कार्यवाही होते ही प्रतिपक्ष के सदस्यों ने किसानों की कर्जमाफी को लेकर वैल में आकर नारेबाजी की। प्रतिपक्ष की तरफ से दिए गए धरने पर नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी भी मौजूद रहे सरकार की तरफ से संसदीय मंत्री राजेन्द्र राठौड उपसचेतक मदन राठौड़ ने सवेरे विपक्ष के सदस्यों के साथ बातचीत कर गतिरोध समाप्त करने के प्रयास किए लेकिन बात नहीं बनी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी पार्टी के विधायकों से मिलने विधानसभा पहुंचे जहां उन्होने कहा सरकार एक तरफ तो काले कानून बनाकर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देेन का काम कर रही है तो दूसरी ओर किसानों की कर्जमाफी पर घुमाफिराकर बात करने के साथ चुप्पी साधे है। उन्होने कहा कि सरकार इस कानून को वापस ले और किसानों की पूर्ण कर्जमाफी का ऐलान करें। जब तक कांग्रेस प्रदेश के विकास और आमजन के हित के लिए सरकार से सदन और सडक पर लडने के लिए टवनटी फॉर अवर्स तैयार खडी है। साथ ही उन्होने कहा कि विधेयक को वापस नहीं लिया गया तो कांग्रेस इसे अदालत में चुनौती देगी सरकार द्वारा विधेयक को प्रवर समिति को सौपे जाने पर चुटकी ली और कहा कि इससे काम नहीं चलेगा विधेयक की पूर्ण वापसी करें सरकार।
धरने पर ही लोकगीत का चला दौर :- धरने पर बैठे विधायकों के बीच मनोरंजन का दौर भी चला किसी ने गीत सुनाया तो किस्सी ने किस्से, पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने लोकगीत सुनाकर विधायकों की तालीया बटोरी विधायकों के बीच हंसी मजाक का दौर रात 12 बजे तक चलता रहा फिर सभी विधायकों ने अपने अपने आवास से रात गुजारने के लिए तकीए चादर मंगाये। कांग्रेसी विधायक सुखराम ने बताया कि किसानों की कर्जमाफी को लेकर सदन में ही धरना दिया गया था धरने में पार्टी के सभी विधायक मौजूद रहे।