जबलपुर, जबलपुर सहित संपूर्णं महाकोशल क्षेत्र के विकास के लिए अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजना जबलपुर-गोंदिया ब्राडगेज परियोजना का कार्य दिसम्बर 2018 तक पूर्णं कर लिया जायेगा और आगामी 25 नवम्बर 2017 से जबलपुर से नैनपुर के बीच ट्रेन प्रारंभ हो जायेगी। यह बात मंगलवार को सर्किट हाउस क्रमांक-1 में सांसद राकेश सिंह के द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक के पश्चात स्पष्ट हो गई है। समीक्षा बैठक में दक्षिण पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक सुनील सिंह स्वेन, नागपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल, कलेक्टर महेशचंद्र चैधरी सहित इस परियोजना से जुड़े सभी संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सांसद सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 1996-97 में महाकोशल क्षेत्र के विकास को दृष्टिगत रखते हुए इस परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई थीं किंतु एनडीए सरकार जाने के बाद 285 कि.मी. लम्बी नेरोगेज को ब्राडगेज में परिवर्तित करने वाली यह परियोजना यूपीए सरकार के उपेक्षापूर्णं रवैये के चलते पर्यावरणीय स्वीकृति न मिलने एवं समुचित बजट आवंटन न होने के कारण यह परियोजना लगातार पिछड़ती चली गई और इसकी लागत भी पहले से बढ़ गई और वर्ष 2014 में पुनः केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के गठन के पश्चात इस परियोजना के कार्य को गति मिली और आज इस परियोजना के लिये राशि की कोई कमी नहीं है जिसका परिणाम है कि जबलपुर से सुकरी मंगेला और इसके पश्चात घंसौर तक ट्रेन भी प्रारंभ की जा चुकी है और आगे के कार्य हेतु समय सीमा तय की हैं।
सांसद सिंह ने समीक्षा बैठक में दपूमरे महाप्रबंधक सुनील सिंह स्वेन की मौजूदगी में अधिकारियों से इस परियोजना के लिए समय-सीमा निर्धारित कराई जिसके अनुसार जबलपुर से नैनपुर तक कार्य 25 नवम्बर 2017
बालाघाट से समनापुर तक कार्य जनवरी 2018, समनापुर से नैनपुर तक का कार्य दिसम्बर 2018 का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। इस प्रकार यह परियोजना दिसम्बर 2018 तक पूर्णं कर ली जायेगी जिससे जबलपुर की दक्षिण भारत से 273 किमी की दूरी कम हो जायेगी और एक बड़े लॉजिस्टिक पार्क के रूप में जबलपुर सीधे तौर से दक्षिण भारत से जुड़ जायेगा।
जबलपुर-बालाघाट ब्रॉडगेज परियोजना के साथ-साथ इस रेल मार्ग का इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य भी किया जाये इस हेतु भी सांसद सिंह ने रेल मंत्रालय से बजट स्वीकृत कराया गया था और यह कार्य भी गति के साथ प्रारंभ हो चुका है जिसके लिये सांसद सिंह ने अधिकारियों से इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य की समय सीमा निर्धारित कराई है जिसके अनुसार जबलपुर से घंसौर तक मार्च 2018 , घंसौर से नैनपुर तक जून 2018, नैनपुर से गोंदिया तक जनवरी 2019
पूरे रेल मार्ग का इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।