अहमदाबाद,पाटीदार नेता हार्दिक पटेल तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच सोमवार को मुलाकात होने की अटकलों के बीच कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने गुजरात पुलिस पर उनकी जासूसी करने तथा अहमदाबाद के उस होटल से सीसीटीवी फुटेज हासिल करने का आरोप लगाया है, जिसमें वह ठहरे हुए हैं। कुछ समाचार चैनलों ने राहुल गांधी से हुई खुफिया मुलाकात के सबूत के तौर पर हार्दिक पटेल का रात को लगभग दो बजे लिया गया सीसीटीवी फुटेज चलाया था। अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि गुजरात पुलिस तथा खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने होटल से सीसीटीवी फुटेज हासिल किया, जहां वह दिनभर बैठकें करते हैं। उन्होंने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके कार्यालय को टैग करते हुए ट्वीट किया, आईबी तथा पुलिस ने होटल से सीसीटीवी फुटेज क्यों लिए? मैं बीजेपी के आदेश पर की जा रही इस निगरानी की निंदा करता हूं।
विधानसभा चुनाव का सामना करने जा रहे गुजरात के कांग्रेस प्रभारी ने कहा, उन्होंने सोमवार को उम्मेद होटल में ही दिनभर में हार्दिक पटेल तथा कई अन्य लोगों से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया, मैंने हार्दिक तथा जिग्नेश से उम्मेद होटल में मुलाकात की। आईबी और पुलिस होटल के कमरों की जांच कर रही हैं। गांधी जी के गुजरात में क्या हो रहा है? हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी अपराधी या भगोड़े हैं? अगर ऐसा है, तो बीजेपी को अपना रुख साफ करना चाहिए। जब वे बीजेपी नेताओं से मिलते हैं, तब उनके दफ्तरों की जांच नहीं की जाती। अब ऐसा क्यों किया जा रहा है? अशोक गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि उनके नाम से बुक किए गए कमरों की जांच की गई। होटल ने इस बात से इंकार किया है, लेकिन होटल के अधिकारियों न नाम न बताने की शर्त पर कहा है कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज मांगी थी, जो उन्हें सौंप दी गई। गुजराती चैनलों ने लगभग उसी समय उस फुटेज को चला भी दिया था और सभी ने उसे एक्सक्लूसिव बताया था। चैनलों को यह फुटेज पुलिस ने ही मुहैया कराई होगी। उधर, हार्दिक पटेल ने राहुल गांधी से मुलाकात से इंकार किया है, लेकिन यह कबूल किया कि उनकी मुलाकात अशोक गहलोत से हुई। हार्दिक पटेल ने कहा, यह गलत है कि मेरी राहुल गांधी से मुलाकात हुई। मैं उनसे तब मिलूंगा, जब वह दोबारा आएंगे और अगर उनसे मिलना होगा, तो उसे गुप्त रखने की ज़रूरत नहीं होगी। मैं किसी आतंकवादी से मिलने नहीं जा रहा हूं या मैं आधी रात को नवाज़ शरीफ से मिलने नहीं जा रहा हूं, जैसे नरेंद्र मोदी ने किया था। उन्होंने कहा, वह विपक्ष में शामिल नहीं होंगे और उनकी लड़ाई सत्तारूढ़ बीजेपी से है।