भोपाल,करीब छह से नये जेल वाहनों की डिजाइन और सुरक्षा मानकों को लेकर उनसे पुलिस मुख्यालय को आखिरकार इससे राहत मिल गई। इस मामले में बनी दूसरी समिति की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को पसंद आई और इसी आधार पर उसने पुरानी डिजाइन के नये 125 जेल वाहनों की खरीदी की तैयारी शुरू कर दी है।
सूत्रों की मानी जाए तो जेल ब्रेक के बाद प्रदेश पुलिस ने यह तय किया था कि कंडम जेल वाहनों को बदला जाए। इसके लिए एक समिति बनाई गई कि सुरक्षा के लिहाज से किसी तरह का जेल वाहन खरीदा जाए। इस समिति में आईजी भोपाल योगेश चौधरी को रखा गया। उन्होंने यह निर्णय लिया कि जेल वाहन में ऐसी व्यवस्था हो, जिससे बंदी आगे से गाड़ी में चढ़े और पीछे जाकर बैठे। चौधरी का यह सुझाव पुलिस मुख्यालय के अफसरों को सुरक्षा के लिहाज से पसंद नहीं आया। इसके बाद दूसरी समिति बनाई गई। इसमें ग्वालियर आईजी अनिल कुमार को सुझाव देने की जिम्मेदारी दी गई। इस समिति ने सुरक्षा के लिहाज से हर बिंदु को देखा। इसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को सौंपी। इन दोनों रिपोर्ट के आने में 6 महीने का समय बीत गया। अब पुलिस मुख्यालय ने तय किया है कि वह 125 वाहनों खरीदेगी। वाहन पुरानी डिजाईन के ही रहेंगे। पहले की तरह बंदी पीछे से ही गाड़ी में चढ़ कर बैंठेंगे। इन गाड़ियों को प्रदेश भर के सभी जिलों में दिया जाएगा।