अजमेर,पुष्कर मेला इस बार अभी तक फीका-फीका है। घोड़ाबंदी की मार इस पर पड़ती दिख रही है। हालांकि मेला तो 28 अक्टूबर से शुरू होना है, लेकिन उससे पहले हर साल पशुओं की खरीद-फरोख्त शुरू हो जाती है और मेले में रौनक आ जाती है। इस बार घोड़ों में ग्लैंडर बीमारी के कारण पशुपालन विभाग ने मेले में घोड़े लाने पर रोक लगा दी है। इससे घोड़ा व्यापारियों का धंधा चौपट हो गया है। पिछले साल नोटबंदी ने काम तमाम किया और इस साल घोड़ाबंदी ने। मेले में कई व्यवसायी घोड़ों का सामान लेकर आते हैं, उनका धंधा भी चौपट हो गया है। जो घोड़ा खरीदने आए थे वो भी खाली हाथ लौट रहा है।