भोपाल, मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 27 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। बारह दिन तक चलने वाला यह सत्र 8 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान सदन की दस बैठकें होगी। सोमवार को इस आशय की अधिसूचना राज्यपाल द्वारा जारी कर दी गई। विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह के अनुसार बारह दिवसीय सत्र में सदन की कुल दस बैठकें होगी, जिसमें शासकीय विधि विषयक और वित्तीय कार्य संपादित होंगे। चौदहवी विधानसभा का यह पद्रंहवा सत्र होगा।
इस सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं 8 नवंबर तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाएं 16 नवंबर तक दी जा सकेंगी। जबकि स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में 22 नवंबर तक दी जा सकेंगी।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष एक बार फिर तीखे तेवरों के साथ सरकार को घेरेगा। किसानों के मुददों से लेकर स्वास्थ्य, बिजली समेत तमाम जन मुददों पर सरकार से जबाब मांगेगा। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की रणनीति इस तरह से सरकार को सदन में इस तरह घेरने की है कि यह संदेश जाए कि किसान हित की अनदेखी हो रही है। सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों के साथ पार्टी ने खड़े होने का फैसला किया है। इसके अलावा किसानों के मुददे पर विपक्ष पूरी तैयारी कर रहा है।