शशिकला के पति के इलाज के लिए युवक को घोषित किया ब्रेन डेड, निकाले अंग

चेन्नई,19 साल के कार्तिक को सिर में लगी चोट के कारण 30 सितंबर को तंजावुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया था। दिहाड़ी मजदूर कार्तिक को सोमवार रात एयरलिफ्ट करके चेन्नई के ग्लेनईगल्स ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया गया। इसके कुछ समय बाद ही उन्हें ब्रेन-डेड घोषित कर दिया गया। गौर करने वाली बात यह है कि ग्लेनईगल्स में ही एआईएडीएमके नेता वीके शशिकला के पति एम नटराजन लिवर ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती हैं।
तंजावुर अस्पताल के एक डॉक्टर के मुताबिक, मेडिकल सलाह के विपरीत जाकर कार्तिक को डिस्चार्ज किया गया और फिर एयरलिफ्ट कर भेज दिया गया। उसके साथ एक सरकारी डॉक्टर भी था। कार्तिक को रात करीब 11 बजे एक प्राइवेट ऐम्बुलेंस से त्रिचि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लाया गया। वहां से एक लाख रुपये प्रतिघंटा की कीमत वाली एयर ऐम्बुलेंस से चेन्नई ले जाया गया। अगले दिन मंगलवार सुबह ग्लेनईगल्स के न्यूरॉलजिस्ट ने उन्हें ब्रेन-डेड घोषित कर दिया।
इसके बाद अस्पताल ने तमिलनाडु स्टेट ट्रांसप्लांट अथॉरिटी (ट्रांस्टैन) को एक संभावित ऑर्गन डोनर होने की जानकारी दी। ट्रांस्टैन सभी अस्पतालों को एक संभावित डोनर के बारे में जानकारी भेज रहा था, इधर ग्लेनईगल्स की ट्रांसप्लांट टीम शशिकला के पति नटराजन के ट्रांसप्लांट के लिए तैयारी कर रही थी। टीम के एक सीनियर डॉक्टर ने बताया, ‘ट्रांस्टैन से अनुमति मिलते ही अंगों को निकाल लिया जाएगा। नटराजन को लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट के लिए तैयार किया जा रहा है। दोनों का ब्लड ग्रुप भी ओ-पॉजिटिव है।’
तंजावुर अस्पताल के डीन डॉ जयकुमार का कहना है कि उन्हें इस केस के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन डॉक्टरों ने बताया है कि कार्तिक को मेडिकल सलाह के खिलाफ जाकर डिस्चार्ज किया गया। साथ ही एक प्राइवेट ऐंबुलेंस में त्रिचि एयरपोर्ट ले जाया गया। जिस अस्पताल से एयर ऐंबुलेंस मंगाई गई, उसके मुताबिक उन्हें रविवार को एयर ऐंबुलेंस के लिए कॉल आई थी। वहां के एक सीनियर डॉक्टर ने बताया, ‘सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर ने हमसे संपर्क किया। उन्होंने हमें केस से जुड़े दस्तावेज और सफर के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट दिया। मरीज को सिर में चोटें आई थीं और वह वेंटिलेटर पर था। उसके साथ एक अनेस्थिसिस्ट भी था।’ हॉस्पिटल ने बिल की डिटेल्स तो नहीं दी, लेकिन बताया कि यह मरीज के नाम पर बनाया गया है। कार्तिक के पिता नटराजन भी एक दिहाड़ी मजदूर हैं। उनसे या उनके परिवार से संपर्क नहीं किया जा सका।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *