हमीदिया में ऑनलाइन अपाइंटमेंट की सुविधा शुरू होगी, पर्चा बनवाने नहीं लगना होगा लाइन में

भोपाल,राजधानी के हमीदिया अस्पताल में अब मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए लाइन में नहीं लगना होगा। इस अस्पताल में ऑनलाइन अपाइंटमेंट सुविधा शुरू होने जा रही है। यह सुविधा चालू महीने के अंत तक शुरु हो जाएगी। इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। मालूम हो कि गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सुविधा देने वाला प्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज होगा। अभी सिर्फ एम्स में ओपीडी के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट मिल रहा है। ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए जीएमसी की वेबसाइट पर दी गई लिंक पर मरीज या परिजन को नाम, पता, मोबाइल नंबर, दिन व डॉक्टर का नाम चुनना होगा। इसके बाद एक आईडी नंबर मिलेगा। यह नंबर रजिस्ट्रेशन काउंटर में बताने पर मरीज का पर्चा बन जाएगा। पर्चा बनवाने के लिए बीपीएल मरीजों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। अन्य मरीजों को पहले की तरह 10 रुपए देना होगा। इस सुविधा का उपयोग बढ़ा तो बाद में मोबाइल एप के जरिए भी अपॉइंटमेंट शुरू किया जा सकता है।
अफसरों के मुताबिक जनवरी से अब तक ओपीडी में मरीजों की संख्या करीब 25 फीसदी बढ़ गई है। ओपीडी में पहले औसतन 1400 मरीज रोज आते थे, अब 1700 से 1800 मरीज आ रहे हैं। मरीज बढ़ने की वजह से ओपीडी रजिस्ट्रेशन में ज्यादा समय लग रहा है, इसलिए ऑनलाइन अपाइंटमेंट की सुविधा शुरू की जा रही है। वर्तमान में ओपीडी रजिस्ट्रेशन से ज्यादा वक्त मरीजों को दवा लेने में लग रहा है। 1800 मरीजों को दवा बांटने के लिए कभी तीन तो कभी चार खिड़की खोली जाती हैं। एक कतार में 50 से ज्यादा मरीज या फिर उनके परिजन रहते हैं। यहां पर्चे पर लिखी दवाओं में लगभग आधी ही मिल पाती हैं। हमीदिया में करीब 85 फीसदी मरीज गरीबी रेखा के नीचे के होते हैं। उनके पास कंप्यूटर या इंटरनेट की सुविधा नहीं है। लिहाजा ऑनलाइन अपाइंटमेंट के लिए कियोस्क की सुविधा होनी चाहिए। मरीजों का जल्दी रजिस्ट्रेशन हो सके, इसके लिए रजिस्ट्रेशन खिड़की बढ़ाई जानी चाहिए। अभी 3-4 खिड़की खुल रही हैं। इस बारे में हमीदिया अस्पताल के कोआर्डिनेटर अमृता वाजपेयी का कहना है कि ओपीडी में मरीजों की संख्या इस साल करीब 25 फीसदी बढ़ गई है। मरीजों की सुविधा के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की व्यवस्था की जा रही है।

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