बुरहानपुर,म.प्र. में छोटे और मंझोले बुनकरों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने की मांग लंबे समय से की जाकर कैपेसिटर समाप्त करने की मांग की जा रही थी तथा विद्युत दर में 2.50 की अनुदान की मांग सरकार के समक्ष लंबित चल रही थी, इसी बीच प्रदेश की कैबिनेट मंत्री एंव बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनीस के द्वारा एक प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा जिस में 25 हासपावर कनेक्शन को 150 हासपावर करते हुए 1.25 के अनुदान टेरीफ में शामिल कर लिया जिस से बडे उद्योग पतियों को दोहरा लाभ होगा। कैबिनेट के इस निर्णय के बाद बुरहानपुर के छोटे बुनकरों में मायूसी छा गई। वहीं म.प्र. पावरलूम फेडरेशन के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर पाटिल, उपाध्यक्ष आरिफ नाज़ अंसारी, संचालक जयंती नवलखे व अन्य ने मंत्री परिषद के इस निर्णय का स्वागत तो किया है, लेकिन उन्होने यह भी कहा की बुरहानपुर के छोटे बुनकरों के लिए अनुदान राशि 2.50 कराई जाने के लिए मुख्यमंत्री से बात की जाऐगी वहीं कैपीसीटर शुल्क भी माफ कराया जाऐगा। मंत्री परिषद में पावरलूम बुनकरों को रियायत दिलाने के उददेश से प्रस्ताव तो लाया गया, लेकिन उस में जिले की गुटीय राजनीति साफ झलगती नजर आई। संसद गुट की ओर से बुरहानपुर के छोटे और गरीब बुनकरों को एक रूपये पच्चीस पैसे के बजाय दो रूपये पचास पैसे के अनुदान की मांग तथा कैपेसिटर शुल्क हटाने की मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी गई थी.
मंत्री परिषद के निर्णय से बुरहानपुर के छोटे बुनकरों में निराशा
