जबलपुर,नर्मदा महोत्सव के आयोजन की शुरुआत से ही पहले सियासत गरमाने लगी है, इसके लिए जो आमंत्रण पत्र प्रकाशित किया गया है उसमें राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा और भेड़ाघाट नगर परिषण की अध्यक्ष श्रीमती शैला सुनील जैन का नाम कहीं ऩजर नहीं आ रहा।
उल्लेखनीय है कि आगामी ४ और ५ अक्टूबर को नर्मदा महोत्सव का आयोजन भेड़ाघाट में किया जाना है। जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउन्सिल द्वारा इस कार्यक्रम में जो मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि तय किए गए हैं उनमें कांग्रेस के दो विधायक तो शामिल किए गए हैं लेकिन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भेड़ाघाट नगर पंचायत क्षेत्र की प्रथम नागरिक श्रीमती शैला सुनील जैन के साथ साथ राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा के नाम का कहीं उल्लेख नहीं है। यह त्रुटीवश हुआ या राजनैतिक दबाव में किया गया खेल है। यह तो प्रशासन और राजनेता ही जाने लेकिन अब इसको लेकर तरह तरह की चर्चाएं गर्म हो गई हैं। पहले दिन उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि और दूसरे दिन के मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों में भाजपा मंत्री, सांसद, विधायक और निगम मण्डलों के अध्यक्ष के नाम शामिल किए गए हैं। महापौर को भी स्थान दिया गया है लेकिन जिनके क्षेत्र में यह कार्यक्रम हो रहा है उस क्षेत्र की विधायक को भी समापन सत्र की अध्यक्षता दी गई लेकिन उसी क्षेत्र के नगर परिषद अध्यक्ष शैला जैन की घोर उपेक्षा की गई है। इस बात को लेकर कांग्रेसियों में आक्रोश है। राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा का भी आमंत्रण पत्र पर नाम न होना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। गौरतबल है कि इसके पहले भी मेडीकल कालेज के एक कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक तरुण भनोट और रेलवे के कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा की उपेक्षा किए जाने का मामला सामने आ चुका है।
नर्मदा महोत्सव पर सियासत गर्मायी तन्खा व शैला जैन का आमंत्रण पत्र से नाम गायब
