औरंगाबाद, देश भर के डॉक्टरों का ब्योरा अब आपको एक ही जगह पर मिल सकेगा। इसके लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने देश के सभी मेडिकल प्रैक्टिशनर्स को यूनीक परमानेंट रजिस्ट्रेशन नंबर देकर सिंगल डिजिटल सिस्टम के तहत लाने का फैसला लिया है। एमसीआई का कहना है कि ड्यूप्लिकेट रजिस्ट्रेशन्स, फर्जी अस्पतालों पर रोक लगाने और मेडिकल प्रैक्टिस का नियमन करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। औरंगाबाद स्थित इंडियन मेडिकल असोसिएशन के अधिकारी रमेश रोहिवाल ने कहा कि यूनिफॉर्म रजिस्ट्रेशन नंबर सिस्टम से उन डॉक्टरों को मदद मिलती है, जो स्थान बदल लेते हैं। रोहिवाल ने कहा कि ‘इससे पहले दूसरे राज्य में जाने पर डॉक्टरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था क्योंकि वह दूसरे राज्य की मेडिकल काउंसिल में रजिस्टर्ड होते थे। यूनिक परमानेंट रजिस्ट्रेशन नंबर से ऐसे डॉक्टरों को मदद मिलेगी। इसके अलावा डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन की जानकारी हासिल करना भी आसान हो सकेगा। मेडिकल से जुड़ी संस्थाओं ने इस कदम का स्वागत किया है। इससे महाराष्ट्र के उन डॉक्टरों को भी राहत मिलेगी, जिन्हें हर 5 साल पर अपना रजिस्ट्रेशन रीन्यू कराना पड़ता था।
सभी डॉक्टरों का होगा यूनीक रजिस्ट्रेशन नंबर
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