लखनऊ,उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस साल 18 अक्टूबर को छोटी दीपावली अयोध्या में मनाएंगे। योगी आदित्यनाथ के आलावा राज्यपाल राम नाईक सहित यूपी की पूरी कैबिनेट भगवान राम की नगरी अयोध्या में उपस्थित रहेगी। दरअसल हिंदू धर्म के मुताबिक त्रेता युग में रावण का वध करके और लंका पर विजय प्राप्त कर 14 साल का बनवास काटकर जब भगवान श्रीराम अयोध्या लौटे थे, तो भव्य दिवाली मनायी गई थी।
इस बार अयोध्या में वैसी ही रीति योगी सरकार दोहरा रही है। योगी सरकार 18 अक्टूबर को अयोध्या में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। सरयू तट को हजारों दीपों से रोशन किया जाएगा। इस अवसर पर यूपी की पूरी सरकार अयोध्या में मौजूद रहेगी।योगी आदित्यनाथ सरयू नदी की आरती करेंगे और रामलला के दर्शन करेंगे|
दीपावली के ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या में दीपावाली मनाना कई लिहाज से अहम माना जा रहा है।एक तरफ इसे अयोध्या के मंदिर विवाद के संभावित हल से जोड़ कर देखा जा रहा है, तो दूसरी ओर अयोध्या नगरी को पर्यटन के नक्शे पर लाने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। योगी सरकार प्रयास कर रही है कि अयोध्या को धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जाए| चंद्रमोहन के मुताबिक मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम सोच समझकर बनाया गया है।
इसमें किसी विवाद की गुंजाइश नहीं है। यह पहली बार जरूर है कि कोई मुख्यमंत्री छोटी दीपावली रामलला की नगरी में मना रहा है। योगी आदित्यनाथ किसी दिन अयोध्या को लेकर कई घोषणाएं कर सकते हैं। पर्यटन व सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा अयोध्या में प्रस्तावित कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश में अब धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। अयोध्या में कनक भवन, हनुमान गढ़ी सहित भगवान राम से जुड़े तमाम पौराणिक स्थल रोशन किए जाएंगे। वहां राम कथा से जुड़ी हुई नृत्य नाटिकाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अवस्थी ने कहा इस काम में अयोध्या के साधु संतों और महंतों को भी शामिल किया जा रहा है। अवस्थी ने उम्मीद जताई कि 18 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अयोध्या और दूसरे धर्म स्थानों के लिए कुछ योजना भी लॉंच करेंगे। जिसमें तीर्थ स्थानों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी हो सकती है।