नई दिल्ली, भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने कहा है कि अर्थव्यवस्था बहुत बुरी हालत में है। उन्होंने जीडीपी की गणना के तरीकों पर भी सवाल उठाया है। इस विषय पर एक अंग्रेजी अखबार में उन्होंने एक लेख लिखा है। इस लेख में उन्होंने कहा है कि सरकार ने 2015 में जीडीपी की गणना करने के तरीके में बदलाव किया था, इस तरीके से गणना करने पर जीडीपी रेट में दो प्रतिशत का अंतर आता है। उन्होंने लिखा, वर्तमान में हमारी जीडीपी ग्रोथ रेट 5.7 प्रतिशत है, जबकि पुराने तरीके की गणना के अनुसार यह केवल 3.7 प्रतिशत या उससे भी कम है। उन्होंने लिखा कि छापामारी आजकल आम बात हो गई है। इनकम टैक्स विभाग के पास कई केस हैं, जिनसे लाखों लोग जुड़े हैं। ईडी और सीबीआई के हाथ भी खाली नहीं हैं। लोगों के मन में डर पैदा करने का खेल शुरू हो गया है।
उन्होंने लिखा, वित्तमंत्री ने अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खराब कर दी है। अगर मैं अब भी इस बारे में न बोलूं तो यह देश के प्रति अपने कर्तव्य से मुंह मोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि वह जो भी लिख रहे हैं, वह उनके साथ-साथ बीजेपी और इससे बाहर के कई ऐसे लोगों का मत है, जो डर के कारण कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। बता दें कि यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री थे। वह नरेंद्र मोदी सरकार की कई नीतियों की लगातार आलोचना करते रहे हैं। उनके बेटे जयंत सिन्हा पहले वित्त मंत्रालय में राज्यमंत्री थे, लेकिन अब उन्हें उड्डयन मंत्रालय दे दिया गया है। माना जाता है कि यशवंत सिन्हा की आलोचनाओं के चलते ही जयंत का विभाग बदला गया था।
सिन्हा ने अपने इस लेख में वित्तमंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा है। उन्होंने इशारा किया कि अरुण जेटली को अन्य कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी दी गई है, जो कि वित्त मंत्रालय से उनका ध्यान भटका रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अर्थव्यवस्था को बनाना जितना मुश्किल है, उसे बिगाड़ना उतना ही आसान है। उन्होंने लिखा, मोदी दावा करते हैं कि उन्होंने गरीबी को करीब से देखा है। उनके वित्त मंत्री पूरे देश को गरीबी दिखाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
यशवंत सिन्हा के लेख में जेटली पर निशाना,लिखा, वह देश को गरीब बनाने में जुटे हैं
