बड़ोदा, बड़ोदरा के लक्ष्मी विलास पैलेस में 40000 लोगों ने एक साथ गरबा करके एक रिकॉर्ड बना दिया है। इस गरबे का आयोजन देखते ही बनता था। 40,000 लोगों का एक साथ गरबा करने का यह मनोरम दृश्य जिसने भी देखा, जीवन भर के लिए गरबा एक अमिट छाप छोड़ गया। 40,000 लोगों ने गरबा करते हुए सर्किल में घूमने की परंपरा को बनाए रखा। उल्लेखनीय है कि गुजरात की पहचान गरबा डांस से सारी दुनिया में होती हैं। नवरात्रि के दौरान गुजरात के अहमदाबाद, सूरत और बड़ोदरा में गरबा देखने और गरबा करने के लिए दुनियाभर से लोग यहां पहुंचते हैं।
गरबा में 10 हजार करोड़ का व्यवसाय
गुजरात में गरबा और नवरात्रि के दौरान बहुत बड़ा व्यवसाय का यह अवसर होता है। जानकारों के अनुसार एक माह के अंदर 10000 करोड़ रुपए का व्यापार अकेले गरबा का होता है। गरबा के दौरान ग्राउंड, क्लब पार्टी, डांस क्लासेज, लाइट बिजली और ड्रेस इत्यादि में भारी रकम खर्च की जाती है। गुजरात में गरबा के अवसर पर मैदान का किराया 50000 से लेकर दो लाख रुपया प्रतिदिन तक का हो जाता है। गरबा के दौरान बड़े बड़े इवेंट होते हैं। गरबा में नाचने के लिए 500 रुपए से लेकर 3000 रुपये तक की टिकट लगती है। लाइट में रोजाना लाखों रुपए खर्च होते हैं। नवरात्रि की धूमधाम के लिए और गरबा के लिए परंपरागत ड्रेस किराए पर भी मिलती है। इस दौरान परंपरागत परिधान की बिक्री भी बढ़ जाती है| परंपरागत परिधान 800 से लेकर 40000 रुपये तक में यहां पर बिकते हैं।
ड्रोन का उपयोग
बड़ोदरा के लक्ष्मी विलास पैलेस में हुए इस ऐतिहासिक आयोजन की कवरेज ड्रोन के माध्यम से की गई। 500 फीट ऊपर से ड्रोन ने जो विहंगम दृश्य लिया है। वह अपने आप में अनूठा है। गरबा के दौरान ड्रोन की मांग इस बार गुजरात में काफी बढी हुई थी। पर्याप्त संख्या में आयोजकों को ड्रोन भी उपलब्ध नहीं हो पाए।