अहमदनगर, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि मुद्रास्फीति जैसे मुद्दों पर शिवसेना सच बोल रही है लेकिन उसे यह तय करना चाहिए कि वह विपक्षी पार्टी बनना भी चाहती है या नहीं। शिवसेना केंद्र और राज्य में भाजपा के साथ सत्ता में है। लेकिन यह सराहनीय है कि पार्टी महंगाई और राज्य तथा केंद्र सरकारों के निराशाजनक प्रदर्शन के बारे में सच बोल रही है। तब भी शिवसेना को अपनी नीति के बारे में फैसला करना चाहिए। अभी यह समझना कठिन है कि वह सत्तारूढ़ दल है या विपक्ष। जब उनसे केंद्रीय मंत्री और आरपीआई नेता रामदास अठावले के इस दावे के बारे में पूछा गया कि अगर शिवसेना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग होने का फैसला करती है, तो राकांपा भाजपा को समर्थन देगी, तो पवार ने कहा, अठावले को कोई गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना को‘सफेद हाथी’ बताकर केंद्र सरकार पर भी हमला बोला।
शिवसेना की भूमिका सही नहीं : पवार
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