जन विकल्प पार्टी में शामिल हुए शंकरसिंह वाघेला, चुनाव नहीं लड़ेंगे

अहमदाबाद, पिछले काफी समय से सोशल मीडिया पर जन विकल्प मोर्चा की जोरशोर चर्चा हो रही थी और इसके कर्ता धर्ता कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला को माना जा रहा था| शंकरसिंह वाघेला ने आज जन विकल्प पार्टी में शामिल होने का कर दिया| हांलाकि उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से इंकार किया है| जन विकल्प पार्टी वाघेला के समर्थकों ने बनाई है| जन विकल्प पार्टी के मैदान में उतरने गुजरात विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होना तय हो गया है|
अहमदाबाद में पत्रकार परिषद में शंकरसिहं वाघेला ने कहा कि गुजरात की जनता तीसरा विकल्प चाहती है और इसलिए उन्होंने जन विकल्प पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है| उन्होंने कहा कि वे नरेन्द्र मोदी, सोनिया गांधी या अमित शाह की व्यक्तिगत आलोचना नहीं करेंगे| लेकिन गुजरात की भाजपा सरकार की आलोचना से परहेज नहीं करेंगे| उन्होंने कहा कि जन विकल्प कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि एक मोर्चा है| जन विकल्प एक स्वयं सेवी संगठन है| लोग भाजपा और कांग्रेस से परेशान हैं और वे तीसरा विकल्प तलाश रहे हैं| वाघेला ने उस दावे को खारिज कर दिया जिसमें कहा जाता है कि गुजरात में तीसरा मोर्चा कभी सफल नहीं हुआ| उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच मैच फिक्स था| भाजपा और कांग्रेस अब अतीत हैं| पूरे देश में तीसरे विकल्प की जरूरत है|
वाघेला ने कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, परंतु जन विकल्प पार्टी चुनाव मैदान में जरूर उतरेगी| उन्होंने कहा कि जन विकल्प पार्टी की हाईकमांड जनता होगी| इससे पहले उन्होंने एक पत्रिका वितरित की थी, जिसमें लिखा कि आजादी के 70 साल पूरे होने के बाद भी हमें क्या मिला? केवल अन्याय, अत्याचार, शोषण और गरीबी| 2017 में फिर एक बार कांग्रेस और भाजपा को वोट देंगे तो क्या मिलेगा? भाजपा का विकल्प कांग्रेस और कांग्रेस का विकल्प भाजपा कब तक बनती रहेगी? वाघेला का यह नया कदम आगामी चुनाव में क्या रंग लाता है, यह तो आनेवाला वक्त ही बताएगा| वाघेला नवरात्रि के पहले दिन उत्तर गुजरात स्थित अंबाजी के दर्शन कर जन विकल्प पार्टी के प्रचार शुरू करेंगे|
गौरतलब है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने जुलाई में पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था| खबरों के मुताबिक उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें मुख्यमंत्री का प्रत्याशी बनाने की मांग रखी थी लेकिन, कांग्रेस ने शक्तिसिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी जैसे नेताओं के मुकाबले उन्हें वरीयता देने से इनकार कर दिया था| इसके बाद राज्यसभा चुनाव में शंकरसिंह वाघेला ने भाजपा का साथ दिया था| उनके अलावा पार्टी के 14 अन्य विधायकों ने भी कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था. इनमें से 10 अब तक भाजपा में शामिल हो चुके हैं| राजनीतिक जानकारों के मुताबिक वाघेला के जन विकल्प पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस को नुकसान होगा|
वाघेला के जन विकल्प मोर्चा से जुड़ने के पीछे समझा जा रहा है कि ऐसा कर वो लोगों को भाजपा और कांग्रेस से अलग एक विकल्प देना चाहते हैं| वाघेला के हालिया कदम से साफ है कि वो गुजरात विधानसभा चुनाव में किंग मेकर की भूमिका में उभरकर आना चाहते हैं|

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