खरगोन, म.प्र. के खरगोन जिले के बड़वाह के ग्राम पाली खुर्द में पं. हरिप्रसाद चौरसिया की बांसुरी और बिस्मिल्लाह खान की शहनाई का वादन, इन दिनों गायों को सुनाया जा रहा है। गांव के गजेंद्र बर्वे, अभिषेक चतुर्वेदी तथा विपिन बर्वे अपने फार्म हाउस पर राजस्थान से 14 गायों को लेकर आए थे।इन गायों को दूसरी नस्ल की गायों के साथ रखा गया। राजस्थान से जो गाय आई थी, वातावरण बदलने के कारण उन गायों का स्वभाव काफी झगड़ालू हो गया था। वह लात और सींग मारती थी। वहीं उनका दूध भी कम हो गया था। इस पर उन्हें कुछ परिचितों ने सलाह दी कि फार्म हाउस में म्यूजिक सिस्टम लगाया जाए। इसका असर गायों पर बेहतर पड़ सकता है।
परिचितों की सलाह पर फार्म हाउस पर हरिप्रसाद चौरसिया की बांसुरी और उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की शहनाई का वादन गायों को सुनाया गया। इसके बड़े चमत्कारिक परिणाम देखने को मिले। संगीत के कारण गायों का स्वभाव काफी बदल गया। वह शांत रहने लगी, दूध दुहने के समय भी वह काफी शांत रहीं। पहले के मुकाबले 5 से 6 मीटर अधिक दूध देने लगी। गायों के संगीत सुनने और ज्यादा दूध देने की चर्चा आस-पास के गांव में भी बड़े पैमाने पर हो रही है। गायें भी अब संगीत की धुन में मग्न हैं।