बस कंडक्टर के DNA टेस्ट से खुलेगा राज

गुड़गांव, रेयान इंटरनेशनल स्कूल प्रद्युम्न मर्डर केस में गिरफ्तार बस कंडक्टर अशोक कुमार का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। आरोपी अशोक के ब्लड और सीमन सैंपल जांच के लिए मधुबन फोरेंसिक लैब भेजे गए हैं। इसके साथ ही आरोपी और मृतक के कपड़े की जांच भी फोरेंसिक लैब में होगी। इस तरह फोरेंसिक लैब से आने वाली रिपोर्ट कई रहस्यों से पर्दा उठा देगी। जानकारी के मुताबिक, वारदात से से ठीक पहले आरोपी कंडक्टर अशोक स्कूल के टॉयलेट में हस्तमैथुन कर रहा था। इससे पहले ताइक्वांडो के तीन स्टूडेंट्स और माली वहां गए थे। उनके जाने के बाद आरोपी फिर से वही हरकत कर रहा था। तभी प्रद्युम्न ठाकुर वहां पहुंच गया। अशोक ने उसे टॉयलेट में खींच लिया। उसने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। इसके बाद प्रद्युम्न शोर मचाने लगा। इससे घबराकर अशोक ने चाकू निकाला और बच्चे की गर्दन पर एक के बाद एक, दो वार किए। इससे प्रद्युम्न की गर्दन से खून की धारा फूट पड़ी। इस दौरान खून के कुछ धब्बे अशोक के ऊपर भी आ गए। वह टॉयलेट से बाहर निकल गया। तभी कुछ छात्र आए और उन्होंने उसे देखा तो शोर मचा दिया।
तकरीबन आधे घंटे तक आरोपी अशोक कुमार खून से सने कपड़ों में घूमता रहा। इस मामले के दूसरे गवाह सुभाष ने अशोक को कपड़े धोने से मना किया। उसने अशोक से कहा था कि सबूतों से छेड़छाड़ न हो, लेकिन फिर भी अशोक ने अपने कपड़े धो दिए थे। सुभाष उसी बस का ड्राइवर है, जिस पर अशोक कंडक्टर था। उसने अशोक को खून से सने कपड़ों में देखा था। बताते चलें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में बीते शुक्रवार को दूसरी क्लास में पढ़ने वाले सात साल के प्रद्युम्न के साथ कुकर्म की कोशिश करने के बाद उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में बस कंडक्टर अशोक समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपी अशोक कुमार ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था।

दूसरे वार के बाद तड़पकर हुई थी मौत!
पिछले शुक्रवार ८ सितंबर को गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में ७ साल के छात्र प्रद्युम्न की गला काटकर हत्या की गई। इस घिनौनी वारदात ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। प्रद्युम्न की हत्या का आरोपी गिरफ्त में है। प्रद्युम्न की बॉडी का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ.दीपक माथुर का कहना है कि गले पर धारदार हथियार से दो बार वार किया गया था। पहला जख्म ज्यादा गंभीर नहीं था, लेकिन दूसरा जख्म जानलेवा था। यौन शोषण की कोशिश अलग बात है, लेकिन बॉडी पर इसतरह का कोई निशान नहीं मिला है। ज्यादा खून बहने की वजह से प्रद्युम्न की मौत हुई थी। क्योंकि पुलिस ने जो चाकू दिखाया है, उससे गंभीर जख्म होना संभव है। जख्म देखकर लगा कि पुलिस और कंडक्टर की बात सही है। माथुर ने कहा कि शोर मचाने पर कंडक्टर ने घबरा कर चाकू मारा होगा। कंडक्टर का पहला वार हल्का रहा होगा और दूसरा गहरा। सबसे बड़ी बात डॉ.माथुर ने यह बताई की सांस की नली कटने की वजह से प्रद्युम्न शोर नहीं मचा पाया होगा। यौन शोषण के लिए कोशिश की गई थी या नहीं इसका पता नहीं चल पाया है।

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