रांची, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए वे 10 सूत्री एजेंडों पर काम कर रहे है और 1000 दिन के कार्यकाल में उन्हें इस दिशा में काफी हद तक सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री ने अपने 10 सूत्री एजेंडों के संबंध में बताया कि बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराना, योजनाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना, आर्थिक विकास, सभी को स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल सुविधा, आवास , सिंचाई की सुविधा, विद्य्नुतीकरण , सड़क की स्थिति में सुधार और शहरी विकास के एजेंडों पर काम कर रहे है। उन्होंने बताया कि 1000 दिन में स्थिति सुधारने की हरसंभव कोशिश हुई है और स्थिति में सुधार भी हुआ है। इस दौरान उन्होंने सिर्फ राज्य हित को ध्यान में रखकर काम किया, दल हित या व्यक्तिगत हित को ध्यान नहीं दिया,क्योंकि वे जिस पार्टी में है, उस पार्टी में सबसे पहला स्थान देश हित, फिर दल व अंत में व्यक्ति है। इस दौरान कृषि, सिंचाई, जल संसाधन, सड़क, पेयजल, उद्य्नोग धंधे, स्वचछ पेयजल एवं स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ पद को सुशोभित करने के लिए मुख्यमंत्री नहीं बनते है, उनका उद्देश्य राज करने का नहीं,बल्कि काम करने का है। झारखंड के विकास को ध्यान में रखकर काम की शुरुआत की गयी, इस दौरान झारखंड का विकास दर 8.64प्रतिशत रहा, जो गुजरात के बाद सबसे अधिक है। वहीं योजना मद की राशि 97प्रतिशत खर्च हुई, जो यह बताता है वित्तीय स्थिति की दश में निरंतर सुधार हो रहा है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से देवघर-बासुकीनाथ पथ, देवघर व गढ़वा बाईपास, भूमि अधिग्रहण के लिए 200करोड़ रुपये की मांग रखी, जिसे गडकरी ने अपने भाषण में मंजूर करने की घोषणा की।