बर्कले,कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिकी यात्रा पर हैं। वे दो ह$फ्ते की यात्रा पर गए हैं। मंगलवार को राहुल ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में संबोधन दिया। विश्वविद्यालय के छात्रों को संबधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यदि पार्टी की ओर से मुझे कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है तो में इसके लिए तैयार हूं। साल 2012 में कांग्रेस नें घमंड आ गया था, जिस कारण पार्टी ने जनता संवाद कम कर दिया था, जिससे लोगों ने पार्टी से दूरी बनानी शुरू कर दी थी।
राहुल ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाकी देशवासियों की तरह मेरे भी प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वह लोगों को अपना संदेश अच्छे से पहुंचा सकते हैं, वह एक अच्छे वक्ता हैं। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि इससे जीडीपी में 2 प्रतिशत की गिरावट आई है। राहुल गांधी ने संबोधन के दौरान विभिन्न मामलों में अपने विचारों को पेश किया। इंडिया ऐट 70 में राहुल गांधी ने अपने विचारों को रखा।
देश में नफरत-हिंसा बढ़ी
राहुल ने कहा कि, देश में आज नफरत और हिंसा बढ़ गई है। हिंसा से किसी का भला नहीं होता है। मुझसे बेहतर हिंसा को कोई नहीं समझ सकता है, मैंने हिंसा में अपने पिता और दादी को खोया है। जिन लोगों ने मेरी दादी को गोली मारी, मैं उन लोगों के साथ बैडमिंटन खेलता था। जब आप अपने लोगों को खोते हैं तो आपको गहरी चोट लगती है।
वो दिनभर मेरे बारे में दुर्भावना फैला रहे
राहुल ने कहा कि भारत में इन दिनों विभाजन और ध्रुवीकरण की राजनीति चल रही है। यह भारत के लोगों को अलग-थलग कर रही है और कट्टरपंथी बना रही है। 1949 में भारत का प्रधानमंत्री रहते हुए पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भी इस यूनिवर्सिटी में भाषण दिया था। राहुल नेहरू-गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी से हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन लोगों से बात नहीं करते हैं जिनके साथ वो काम करते हैं, इनमें सांसद भी शामिल हैं। ऐसा भाजपा के लोगों ने ही मुझे बताया है। एक बड़ी मशीनरी है जो दिन भर मेरे बारे में दुर्भावना फैलाती है और इसे वो व्यक्ति ही चला रहा है जिसके हाथ में हमारा देश है।
दलितों, बीफ खाने वालों को मारा जा रहा
राहुल ने कहा लोगों को दलितों होने की वजह से मारा जा रहा है, मुसलमानों को बीफ़ खाने के संदेह में मारा जा रहा है। ये भारत के लिए नया है। इससे भारत को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है।
इधर,रार नाकाम वंशवादी मोदी पर सवाल उठा रहे
राहुल के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए सुचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसना राहुल गांधी की पुरानी आदत है। यह उनकी नाकाम रणनीति है। वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी राजनीतिक पीड़ा व्यक्त कर रहे थे। वह भूल गए कि 2014 में वोटर ने वोट के माध्यम से नरेंद्र मोदी में अपना विश्वास व्यक्त किया। राहुल द्वारा 2012 में कांग्रेस के अहंकार की बात कहना बहुत बड़ा कबूलनामा है। यह कांग्रेस के लिए चिंतन का विषय है। इसके जरिए वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी सवाल उठा रहे हैं।
ये कहा था राहुल ने
राहुल गांधी ने विदेश में कहा कि हिन्दुस्तान तो ऐसा ही है जहां परिवारवाद से सब कुछ चलता है तो शायद वह भूल गए कि हिन्दुस्तान में कई ऐसे नागरिक हैं जो कई क्षेत्रों में योगदान देते हैं, लेकिन उनकी कोई राजनीतिक विरासत नहीं है। पीएम मोदी भी गरीब परिवार से आते हैं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी दलित परिवार से आते हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी किसान परिवार से आते हैं और संघर्ष के बाद यहां तक पहुंचे। इन तीन सर्वोच्च पदों पर इन व्यक्तियों का होना बताता है कि लोकतंत्र में परिवारवाद नहीं बल्कि मैरिट की जगह होती है। एक नाकाम वंशवादी राहुल गांधी आज सवाल उठा रहे हैं। राहुल ने वंशवाद को सही बताया। जीएसटी पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर स्मृति ने यह भी कहा कि राहुल गांधी सक्षम होते तो कांग्रेस में ही जीएसटी पास हो जाता।
विदेश में देश को कोसना, निराशा को दर्शाता है
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल के भाषण पर पलटवार किया है। संबित ने ट्वीट कर कहा कि राहुल यूएस में जाकर अपने ही देश की आलोचना कर रहे हैं, जो उनकी निराशा को दर्शाता है।