मुंबई, सुप्रीम कोर्ट से गर्भपात के लिए अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार को मुंबई के जेजे अस्पताल में 13 वर्षीय रेप पीड़िता ने ऑपरेशन के जरिए जिस बच्चे को जन्म दिया था उसकी रविवार को मौत हो गई. बता दें कि पीडि़ता की चिकित्सकीय हालत देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात कराने की अनुमति दी थी. उसका गर्भ 32 सप्ताह का हो चुका था. जेजे अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया था कि सिजेरियन आपरेशन से जब प्रसव कराया गया तो उस समय बच्चे का वजन 1.8 किलो है और उसे जेजे अस्पताल में नवजात सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया था. लेकिन रविवार सुबह 4 बजे से ही नवजात की हालत ज्यादा बिगड़ गई. उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी इसलिए शुक्रवार रात को ऑक्सीजन मशीन से वेंटिलेटर में नवजात बच्चे को शिफ्ट कर दिया गया था. नाबालिग की मां भी कई बार बच्चे के चैकअप के लिए यहां आई थीं. मगर रविवार सुबह 10.30 बजे उसकी मौत हो गई. डॉक्टरों के मुताबिक नवजात के सभी अंग अविकसित थे. अविकसित फेफड़ों की वजह से उसे सांस लेने में समस्या हो रही थी. जेजे अस्पताल के सूत्रों के अनुसार नवजात की मौत की खबर सुनकर रेप पीड़िता का परिवार सदमे में है. नाबालिग रेप पीड़िता के माता पिता ने इस बात का आश्वासन दिया था कि बच्चे की हालत ठीक होने और अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने के बाद वे नवजात को घर ले जाएंगे.