अहमदाबाद, शहर के जुहापुरा क्षेत्र में आवेश में आकर पति ने पत्नी को तलाक दे दिया, परंतु पश्चाताप होने के बाद पति ने पत्नी से माफी मांग ली| जिसके बाद पति-पत्नी साथ में रहने को तैयार हो गए, लेकिन अब समाज उनका दुश्मन बन गया है|
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने भले ही ट्रिपल तलाक को असंवैधानिक करार दिया हो, परंतु मुस्लिम समुदाय वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को छोड़ने को जैसे तैयार नहीं है| फिर भले ही तलाक देने के बाद मियां-बीबी साथ में रहना चाहते हों, लेकिन समाज उन्हें एक नहीं होने देना चाहता है| ऐसा ही एक मामला अहमदाबाद के जुहापुरा क्षेत्र में सामने आया है| दरअसल पिछले सप्ताह जुहापुरा निवासी मुस्लिम दंपत्ति के बीच किसी बात को लेकर तकरार हुई और आवेश में आकर पति ने तीन बार तलाक, तलाक, तलाक कह दिया| जिसके गवाह आसपास के लोग भी थे| हालांकि सुबह होने तक पति को आवेश में आकर दिए तलाक को लेकर पछतावा हुआ और उसने पत्नी से माफी मांग ली| बाद में दोनों राजी खुशी साथ में रहने को तैयार भी हो गए| लेकिन सामाजिक कुप्रथा में यकीन करनेवाले समाज के लोगों को यह मंजूर नहीं था| उनका कहना है कि तलाक के बाद पत्नी का पति के साथ रहना व्यभिचार है| इतना ही नहीं इस युगल का सामाजिक बहिष्कार भी किया है| पीड़ित महिला का कहना है कि आवेश में आकर पति द्वारा की गई गलती का परिणाम हम आज भी भुगत रहे हैं| जो लोग कल तक हमारे अच्छे मित्र थे, वे आज हमसे बात तक नहीं करते और जैसे हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं है, इस प्रकार व्यवहार करने लगे हैं| लोगों के इस व्यवहार से मानसिक रूप से टूट चुकी महिला को डर है कि कहीं इस घटना का असर उनके बच्चों को जीवन पर न पड़े|