नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि उन्हें कोई गंगा से कोई दूर नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता को लेकर उनका प्रदर्शन खराब नहीं रहा। उन्होंने अक्टूबर के पहले सप्ताह से गंगा पदयात्रा शुरू करने की घोषणा की है। यह पदयात्रा गंगा सागर से शुरू होगी और एक साल तक चलेगी।
कैबिनेट फेरबदल के बाद जल संसाधन और गंगा स्वच्छता की जगह पेयजल और स्वच्छता मंत्री के तौर पर पदभार संभालने वाली उमा भारती ने कहा, कोई क्या सोचता है उससे मुझे फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन मैं गंगा के कामकाज में फेल नहीं हुई हूं। उमा भारती ने कहा, पोर्टफोलियो बदलने के पीछे मेरी इच्छा थी। मैंने प्रधानमंत्री से गंगा के किनारे पदयात्रा करने की अनुमति मांगी थी। अब वो इच्छा पूरा करने जा रही हूं। मैं प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करती हूं। इसके साथ ही उमा भारती ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि प्रधानमंत्री से मुझे डांट पड़ी है, लेकिन कामकाज के लिए नहीं, बल्कि मेरा वजन बढ़ने के लिए। पीएम ने मुझे डांटा और कहा कि तुम्हारा वजन बढ़ रहा है।
सोमवार को जब गडकरी ने जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद पिछले तीन सालों में नदी की स्वच्छता एवं निर्मलता के लिए उमा भारती के कठिन प्रयासों की सराहना की थी। गडकरी ने कहा कि वे इस बात का प्रयास करेंगे कि मंत्रालय उन सभी लक्ष्यों को हासिल करे, जो उमा भारती ने निर्धारित किए हैं।