बीजिंग, पांच देशों के नेताओं की सामूहिक तस्वीरें लिए जाने के साथ ही यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन शुरू हो गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पूरी गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाए। ब्रिक्स की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति और विकास के लिए सहयोग जरूरी है। एकजुट रहने पर शांति और विकास संभव है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का युवा होना हमारी सबसे बड़ी ताकत है। भारत ने काले धन के खिलाफ जंग छेड़ी है। गरीबी से लड़ने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया। हम स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। ब्रिक्स में पांचों देश एक बराबर हैं। ब्रिक्स बैंक ने कर्ज देना शुरू किया है, इससे पांच सदस्य देशों को फायदा होगा।
चिनफिंग ने सम्मेलन शुरू होने से पहले ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं की अगवानी की। नौवां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन चीन के इस बंदरगाह शहर श्यामन के कन्वेशन सेंटर में हो रहा है और मोदी यहां पहुंचने वाले तीसरे नेता थे। उनके बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यहां पहुंचे। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि गोवा शिखर सम्मेलन से निकले रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए इस बैठक में कुछ सकारात्मक बातचीत होगी और बेहतर नतीजे आएंगे। इस बैठक से अलग मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी। ब्राज़ील के साथ भी द्विपक्षीय बातचीत होनी है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ मोदी की द्विपक्षीय बातचीत होगी। जहां हाल के दिनों में दोनों देशों में तनाव के बीच रिश्ते बेहतर करने पर बात होगी। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में होने की संभावना है, जब करीब एक हफ्ते पहले भारत और चीन ने 73 दिन तक डोकलाम मुद्दे पर कायम रहे गतिरोध को सुलझाने की घोषणा की।ब्रिक्स की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मंगलवार को म्यांमार के तीन दिन पर रवाना हो जाएंगे।