भोपाल,राजधानी का मास्टर प्लान 2031 इसी साल दिसंबर तक आने की पूरी संभावना है। मास्टर प्लान के प्रारूप को जारी करने की तैयारियां टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में चल रही है। इस प्लान में स्मार्ट सिटी व लेक कंजरवेशन को शामिल किया है।
अब इसके एफएआर को नहीं बदला जाएगा। चुनाव के पहले ही इसको क्लियर करने की योजना है। सूत्रों के अनुसार, नया मसौदा लगभग तैयार है। प्लान का चौथी बार बना ड्राफ्ट फायनल हुआ। इसमें एमपी नगर सहित कई हिस्सों में एफएआर में बदलाव नहीं किया। मास्टर प्लान के पहले शहर की 198 अवैध कॉलोनियों को नगर निगम ने वैध नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि मास्टर प्लान को देखने के बाद ही इसको फायनल किया जा सकता है। आवासीय और गैर आवासीय जगह को चिन्हित किया जाना है ताकि रूपरेखा बन सके। इन कॉलोनियों को कब तक वैध करना है इस बारे में चर्चा की जानी है। नए मास्टर प्लान में राजधानी और आसपास की खेती की जमीन खत्म होती जा रही है। 16 सालों में 1800 हैक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि को आवासीय कर दिया गया। मास्टर प्लान में ग्रीन बेल्ट एरिया को फायनल नहीं किया जा सका है।
भोपाल विकास योजना 2005 में कोलार और भदभदा क्षेत्र में फारेस्ट लैंड के बीच से सड़कें प्रस्तावित थीं लेकिन नए ड्राफ्ट में इनको हटाया जा रहा है। सड़कों के ले आउट में भी बदलाव हो रहा है। बाहरी इलाकों में पूर्व में प्रस्तावित सड़कों को निरस्त कर दिया गया है। अब इसमें शहर की मास्टर प्लान रोड और स्मार्ट रोड को भी शामिल किया जा रहा है। नए भोपाल मास्टर प्लान-31 में भी फ्लोर एरिया रेशो (एफएआर) में बदलाव की संभावना नहीं है। व्यावसायिक क्षेत्र एमपी नगर में भी इस समय एफएआर 2.5 है। यहां के व्यवसायी इसे बढ़ाने की मांग करते रहे हैं, ताकि एमपी नगर में हाइराइज बिल्डिंग बन सकें, लेकिन ड्राफ्ट तैयार कर रही टीम इससे सहमत नहीं है।