कोलंबो, पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भुवनेश्वर कुमार के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और कप्तान विराट कोहली की शानदार पारी की बदौलत भारत ने श्रीलंका को अंतिम मैच में भी धराशाई कर श्रृंखला 5-0 से जीत कर कीर्तिमान बनाया। कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ पांचवें वनडे करियर का 30वां शतक पूरा किया। इसके साथ ही कोहली ने शतकों के मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी रिकी पोंटिंग की बराबरी कर ली। इससे पहले उन्होंने चौथे वनडे में 29वां शतक जड़कर श्रीलंका के महान खिलाड़ी सनत जयसूर्या के 28 शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया था। विराट कोहली से आगे अब केवल सचिन तेंदुलकर (49) हैं। कोहली वनडे मैचों में शतक के मामले में रिकी पॉन्टिंग (30) के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर आ गए हैं। उनसे ऊपर सचिन तेंदुलकर हैं। कोहली को वनडे टीम की कमान 2017 में सौंपी गई थी।
इससे पहले इस मैच में भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराया और पहली बार श्रीलंका को उसकी धरती पर पांच वनडे मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया। इस मैच में टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 49।4 ओवर में 10 विकेट खोकर 238 रन बनाए। भारत को जीत के लिए 239 रन का लक्ष्य मिला जिसे भारत ने 46।3 ओवर में हासिल कर लिया और इस मैच में जीत हासिल की। भारतीय क्रिकेट इतिहास में ये दूसरा मौका है जब भारत ने विदेशी धरती पर किसी टीम का वनडे में क्लीन स्वीप किया है। इससे पहले विराट की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे को उसकी धरती पर 5 वनडे मैचों की सीरीज में 5-0 से हराया था और इसके बाद अब भारत ने श्रीलंका को उसकी धरती पर 5-0 से हराया है।
विराट का शानदार शतक
भारत ने अपना पहला विकेट जल्दी ही गवां दिया। श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में पहली बार टीम में शामिल अजिंक्य रहाणे मलिंगा की गेंद पर 5 रन बनाकर कैच आउट हो गए। रहाणे का कैच मुनाविरा ने पकड़ा। पिछले दो वनडे मैचों में लगातार दो शतक लगाने वाले रोहित शर्मा आखिरी वनडे में चूक गए और 16 रन बनाकर विश्वा फर्नांन्डो का शिकार बने। रोहित का कैच मिलिंदा पुष्पकुमारा ने पकड़ा। पिछले वनडे में नाबाद अर्धशतक लगाने वाले मनीष पांडे ने 36 रन की पारी खेली और पुष्पकुमारा की गेंद पर कैच आउट हुए। केदार जाधव ने शानदार बल्लेबाजी की और वो 63 रन बनाकर आउट हो गए। कप्तान विराट ने शानदार शतकीय पारी खेली और अपने वनडे करियर का 30वां शतक लगाया। वो इस मैच में 110 रन बनाकर नाबाद रहे। धौनी एक रन बनाकर नाबाद रहे।
उधर पूर्व में श्रीलंका को 238 रन के स्कोर पर रोक दिया। लाहिरु थिरिमाने (67) और एंजेलो मैथ्यूज (55) के बीच चौथे विकेट की 122 रन की साझेदारी की बदौलत श्री लंका की टीम एक समय तीन विकेट पर 185 रन बनाकर अच्छी स्थिति में दिख रही थी लेकिन पहली बार पांच विकेट चटकाने वाले भुवनेश्वर (42 रन पर पांच विकेट) और जसप्रीत बुमराह (45 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने टीम ने अंतिम सात विकेट 53 रन जोड़कर गंवा दिए और पूरी टीम 49।4 ओवर में 238 रन पर ढेर हो गई।
थिरिमाने और मैथ्यूज की यह साझेदारी भारत के खिलाफ श्रीलंका की ओर से चौथे विकेट की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है। इन दोनों ने कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने को पीछे छोडा जिन्होंने यहां आर प्रेमदासा स्टेडियम में ही जुलाई 2012 में चौथे विकेट के लिए 121 रन जोड़े थे।
थरंगा ने भुवनेश्वर कुमार के पहले ओवर में चौके के साथ खाता खोला और फिर अगले ओवर में शारदुल ठाकुर पर भी चौका जडा। भुवनेश्वर ने निरोशन डिकवेला (02) को अपनी ही गेंद पर लपककर सीरीज का पहला विकेट हासिल किया। थरंगा ने ठाकुर पर तीन चौके मारे लेकिन दिलशान मुनावीरा (04) भुवनेश्वर की गेंद को हवा में खेल बैठे और मिड ऑफ पर कप्तान विराट कोहली ने बेहतरीन कैच लपका।
थरंगा ने ठाकुर के ओवर में लगातार तीन चौकों के साथ 17 रन जुटाए। थरंगा ने जसप्रीत बुमराह की पहली गेंद पर भी चौका जडा लेकिन अगली गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को कैच दे बैठे। इस सलामी बल्लेबाज ने अपनी पारी में नौ चौके जडे जिसमें से सात उन्होंने ठाकुर पर मारे।
अनुभवी मैथ्यूज और थिरिमाने ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने 18वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। थिरिमाने ने कुलदीप यादव (40 रन पर एक विकेट) पर दो चौके मारे और फिर युजवेंद्र चहल (36 रन पर एक विकेट) पर पारी का पहला छक्का जड़ा। थिरिमाने ने केदार जाधव की गेंद पर एक रन के साथ 83 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
मैथ्यूज ने कुलदीप की गेंद पर एक रन के साथ श्री लंका के लिए सीरीज की पहली शतकीय साझेदारी पूरी की। उन्होंने चहल की गेंद पर दो रन के साथ 79 गेंद में भारत के खिलाफ आठवां और कुल 35वां अर्धशतक पूरा किया। थिरिमाने इसके बाद भुवनेश्वर की अंदर आती गेंद को थर्ड मैन पर खेलने की कोशिश में विकेटों पर खेल गए। उन्होंने 102 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का मारा।
दो ओवर बाद मैथ्यूज भी कुलदीप की गेंद पर धोनी को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 98 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे। अगले ओवर में वानिंदु हसारंगा (09) रन आउट हुए जबकि चहल ने अकिला धनंजय (04) को धोनी के हाथों स्टंप कराया।