अहमदाबाद, युनेस्को की डायरेक्टर जनरल इरीना बोकोवा ने अहमदाबाद के वर्ल्ड हेरिटेज शहर घोषित होने का प्रमाण पत्र उप मुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल की उपस्थिति में मुख्यमंत्री को विजय रूपाणी को प्रदान किया। अहमदाबाद महानगर के जनसैलाब के हर्षोल्लास और भारत माता की जय के नारों के बीच यह प्रमाण पत्र प्रदान करने का समारोह काफी रोमांचक रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनोखे स्थापत्यों, संस्कृति और बेमिसाल ऐतिहासिक स्थलों वाले अहमदाबाद को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा दिलवाने में पूर्व की सरकारों ने उदासीनता रखी थी, यह काफी दुर्भायपूर्ण है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अहमदाबाद को प्रथम वर्ल्ड हेरिटेज शहर घोषित होने की घटना को समग्र गुजरात के लिए गौरवपूर्ण बतलाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व विरासत शहरों की सूची में स्थान पाने के लिए युनेस्को के 10 जितने मानदंडों पर खरा उतरते हुए अहमदाबाद ने यह गौरव और समान हासिल किया है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद महानगर को वैश्विक विरासत के रूप में जो स्वीकृति मिली है वह अर्बन हेरिटेज कन्जर्वेशनस मूवमेंट को प्रोत्साहित करेगी। वर्ष 1411 में अहमद शाह ने जब इस शहर को बसाया था तब जो स्थापत्य, कलात्मक इमारतें, पोलें, हिन्दु-जैन- इस्लामिक स्थानक थे, जिनकी विश्व प्रतिष्ठा अब हेरिटेज सिटी से स्वीकृत बनी है। एक समय पूर्व का मैनचेस्टर कहा जाने वाला अहमदाबाद कपड़ा उद्योग के लिए जाना जाता था। फिर यह शहर गांधी आश्रम, साबरमती नदी और स्वतंत्रता संग्राम में अनोखे योगदान से मशहूर हुआ और आज अहमदाबाद ने विश्व विरासत नगर बनकर एक इतिहास रच दिया है।