कोलकाता, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के राज्यसभा सांसद मुकुल रॉय के पर फिर कतर दिए हैं। रॉय को पार्ल्यामेंट की स्टैंडिंग कमिटी के अध्यक्ष (ट्रांसपॉर्ट व टूरिजम) पद से हटा दिया गया है। अब उनकी जगह राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन यह जिम्मेदारी संभालेंगे। रॉय को पहले ही राज्यसभा में टीएमसी के नेता पद से हटा दिया जा चुका है। दिलचस्प बात यह है कि कुछ साल पहले तक रॉय को ममता का बेहद करीबी और विश्वासपात्र माना जाता था। तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में उनकी पहचान थी। ऐसे में हालिया दिनों में रॉय के खिलाफ उठाए गए इन कदमों से साफ हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस में उनके दिन लद चुके हैं। सियासी हलकों में चर्चा है कि मुकुल रॉय की भाजपा नेताओं से नजदीकियां बढ़ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रॉय अमित शाह से भी मिल चुके हैं। ऐसे में इसकी संभावना है कि पश्चिम बंगाल में मजबूती से पैर पसारने में जुटी बीजेपी में मुकुल रॉय शामिल हो सकते हैं। यही वजह है कि तृणमूल कांग्रेस आलाकमान ने उनके खिलाफ यह सख्त कदम उठाया है। चर्चा तो यह भी है कि बंगाल में 2016 विधानसभा चुनाव से पहले मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस को सियासी नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की थी। इसी के बाद से मुकुल रॉय की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी।