रायपुर, प्रदेश में अब आयुर्वेदिक और यूनानी डॉक्टर एलोपैथी से मरीजों का इलाज करा सकेंगे। सरकार ने इनको बड़ी राहत देते हुए यह फैसला किया है। साथ ही इलाज की सीमा भी तय की है। इन डॉक्टरों को उसी सीमा तक इलाज की छूट रहेगी, जितना उन्होंने मार्डन मेडिसिन में प्रशिक्षण किया होगा, उधर स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किया और उधर, एमबीबीएस करने वाले डाक्टर नाराज हो गये। उन्होंने कहा कि दूसरी पद्धति से इलाज पर लगाये गये प्रतिबंध का यह उल्लंघन है। इस तरह से किया जाने वाला इलाज मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। डाक्टर इसे लेकर खुलकर विरोध करने की तैयारी में हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस मामले को लेकर जरूरत पड़ने पर न्यायालय भी जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी इस आदेश को कुछ समय पहले झोला छाप डाक्टरों के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। उस दौरान डाक्टरों की टीम ने छोड़कर सभी चिकित्सकों का क्लीनिक सील कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद आयुर्वेदिक और यूनानी डॉक्टरों ने अपना विरोध जताया था।