रायपुर,मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के खिलाड़ियों को और भी अधिक प्रोत्साहन देने के लिए अपनी खेल नीति एक माह के भीतर ले आएगी। उन्होंने कहा- हम सबको वर्षों से अपनी खेल नीति का इंतजार था। विभिन्न खेल संगठनों और वरिष्ठ खिलाड़ियों से विचार-विमर्श के बाद यह नीति तैयार की गयी है। डॉ. सिंह ने प्रदेश के युवा खिलाड़ियों का आव्हान किया कि वे ओलंपिक विजेता बनने का सपना और लक्ष्य लेकर कड़ी मेहनत से स्वयं को तैयार करने में जुट जाएं।
मुख्यमंत्री आज यहां हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती (राष्ट्रीय खेल दिवस) के अवसर पर इंडोर स्टेडियम में आयोजित राज्य खेल अलंकरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में विभिन्न खेलों के ३१६ खिलाड़ियों को पुरस्कृत और सम्मानित किया। इनमें से ७५ खिलाड़ियों को खेल अलंकरणों से और २४१ खिलाड़ियों को नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। डॉ. सिंह ने इन सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
डॉ. सिंह ने कार्यक्रम में पुरस्कृत खिलाड़ियों की परिचय पुस्तिका का भी विमोचन किया। समारोह में बड़ी संख्या में मौजूद खिलाड़ियों में जोश भरते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- हम सबको उस दिन का बेसब्री से इंतजार है कि जब हमारे छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ी ओलंपिक में स्वर्ण पदक लेकर आएंगे और हम सब इसी स्थान पर उन्हें सम्मानित करेंगे। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर राज्य खेल अलंकरण समारोह वर्ष २००४ से हर साल लगातार आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भी प्रत्येक समारोह में लगातार शामिल होते आए हैं।
उन्होंने आज के अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि की आंसदी से खिलाड़ियों और नागरिकों को सम्बोधित करते हुए राज्य सरकार की जल्द आने वाली नई खेल नीति के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। डॉ. सिंह ने कहा- हमारी नयी खेल नीति में बस्तर से सरगुजा तक सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में आंचलिक खेलों और खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक प्रावधान किए गए हैं। पुरस्कारों की राशि में भी वृद्धि की जाएगी। अलग-अलग खेलों के लिए अकादमी का गठन किया जाएगा। ग्राम पंचायत और स्कूल कॉलेजों के स्तर से लेकर जिला संभाग और प्रदेश स्तर पर खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें आवासीय प्रशिक्षण की सुविधा भी दी जाएगी, ताकि उनको राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार किया जा सके। इसके लिए हम अपनी वर्तमान नीतियों में आवश्यक परिवर्तन भी करने जा रहे हैं।