देहरादून, राम रहीम के बाद अब सीबीआई का अगला शिकार बाबा रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण हो सकते हैं। आचार्य बालकृष्ण के पासपोर्ट मामले की जांच कर रही सीबीआई की एक टीम सोमवार को हरिद्वार नगर निगम में मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी और एक लिपिक से आचार्य बालकृष्ण के जन्म प्रमाण पत्र मामले में गहन पूछताछ की। प्रमाण पत्र से जुड़े दस्तावेज भी टीम ने खंगाले।
आचार्य बालकृष्ण ने 1997 में हरिद्वार नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र बनवाया था। प्रमाण पत्र बनवाने में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने के आरोप में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच सीबीआई कर रही है। वर्ष 2011 में पहली बार सीबीआई की टीम ने हरिद्वार नगर निगम पहुंचकर गहन तफ्तीश की थी। लेकिन आचार्य बालकृष्ण के जन्म प्रमाण पत्र से सम्बंधित दस्तावेज की पूरी फाइल ही गायब पाई गई थी। इसके बाद सीबीआई की टीम ने तत्कालीन निगम अधिकारियों और करीब छह लिपिकों से भी पूछताछ की थी। लेकिन उसके बाद पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।
अब छह वर्ष बाद सोमवार को अचानक सीबीआई के दो अधिकारी नगर निगम हरिद्वार पहुंचे। सीबीआई ने करीब एक घंटे तक दोनों से उक्त प्रकरण में पूछताछ की। कुछ दस्तावेजों की जानकारी भी जुटाई। पड़ताल पूरी करने के बाद टीम वापस लौट गई। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि सोमवार को सीबीआई टीम के दो सदस्य नगर निगम पहुंचे थे। उन्होंने आचार्य बालकृष्ण के जन्मप्रमाण पत्र सम्बंधित पत्रावली की जानकारी मांगी थी। उक्त पत्रावली नहीं मिली है।